उत्तराखंड चुनाव: हरीश रावत ने कहा, 'मैं विस्थापित पहाड़ी नहीं, कार्यकर्ताओं की नाराजगी को समझता हूं'
कांग्रेस को पहले 19 तारीख को अपने उम्मीदवारों की लिस्ट जारी करनी थी। हालांकि पार्टी ने इसे रविवार को जारी किया।
नई दिल्ली:
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भरोसा जताया है कि टिकट बंटवारे के बाद नाराज कांग्रेस कार्यकर्ता जल्द ही चुनाव की तैयारियों में जुट जाएंगे। हरीश रावत ने कहा, मैं कार्यकर्ताओं के दुख को समझता हूं। चोट लगती है तो दर्द भी होता है।
कांग्रेस को पहले 19 तारीख को अपने उम्मीदवारों की लिस्ट जारी करनी थी। हालांकि पार्टी ने इसे रविवार को जारी किया। हरीश यादव ने कहा कि लिस्ट बनाने में कहीं कोई जद्दोजहद नहीं करनी पड़ी।
हरीश रावत ने खुद के दो सीटों से चुनाव लड़ने की बात का जिक्र करते हुए कहा कि ऐसा उन्होंने संख्याबल को बढ़ाने और चुनाव का नेतृत्व करने के लिए किया। रावत ने कहा कि वह अब भी पहाड़ों में रहने वाले पहाड़ी हैं और शहरी नहीं हुए हैं।
रावत ने कहा, 'मैं शहरों में आ गया विस्थापित पहाड़ी नहीं हूं। मैं अभी भी राज्य की सेवा कर रहा, पहाड़ में रहने वाला पहाड़ूी हूं।'
गौरतलब है कि उत्तराखंड में कांग्रेस के प्रत्याशियों की लिस्ट जारी होते ही पार्टी में फूट की खबरें सरेआम हो गई हैं। कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव के लिए कई दलबदलुओं और भाजपा से आए नेताओं को टिकट दिए हैं।
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इसे लेकर पार्टी में विरोध शुरू हो गया है। रविवार को लिस्ट आते ही देहरादून के पार्टी ऑफिस में तोड़-फोड़ हुई। मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भी अपनी विधानसभा सीट छोड़कर दो अलग सीटों से चुनाव लड़ने का फैसला किया है।
रावत किच्छा और हरिद्वार ग्रामीण सीटों से चुनाव लड़ेंगे। रावत ने जिन सिटों से चुनाव लड़ने का फैसला किया है उनमे एक गढवाल तो दूसरा उनके अपने क्षेत्र कुमाऊं में है।
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