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उत्तर प्रदेश : खनन घोटाला मामले में पूर्व सीएम अखिलेश यादव से CBI कर सकती है पूछताछ

इस मामले में सू्त्रों की मानें तो सीबीआई (CBI) अब प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से भी पूछताछ का मन बना रही है.

Updated on: 06 Jan 2019, 09:58 AM

नई दिल्ली:

उत्तर प्रदेश में अवैध बालू खनन की जांच के संबंध में केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने शनिवार को आईएएस अधिकारी बी. चंद्रकला के आवास सहित दिल्ली और उत्तर प्रदेश में 14 ठिकानों पर छापेमारी की. इस मामले में सू्त्रों की मानें तो सीबीआई (CBI) अब प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से भी पूछताछ का मन बना रही है. क्योकि पिछली समाजवादी सरकार में स्वयं अखिलेश यादव के पास खनन मंत्रालय था. 

आपको बता दें कल ही अखिलेश यादव और मायवती के बीच गठबंधन को लेकर बैठक हुई है और अब सूत्रों के अनुसार अखिलेश यादव से भी सीबीआई (CBI) पूछताछ करेगी. 2012-17 के दौरान अखिलेश यादव राज्य के मुख्यमंत्री थे. सीबीआई सूत्रों के मुताबिक, 2012-13 के दौरान अखिलेश यादव के पास राज्य के खनन मंत्रालय का भी प्रभार था. इस दौरान जो भी कैबिनेट में मंत्री पद पर थे उनकी भूमिका की जांच की जाएगी. सीबीआई ने शनिवार को लखनऊ, नोएडा, दिल्ली, कानपुर, जालौन में छापेमारी की और 11 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया.

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सीबीआई के प्रवक्ता अभिषेक दयाल ने कहा कि एजेंसी ने 2 जनवरी को 11 लोगों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) के भ्रष्टाचार निवारक अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया था, जिसमें कुछ ज्ञात, अज्ञात नौकरशाहों सहित अन्य शामिल हैं.

गौरतलब है कि राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण (एनजीटी) के प्रतिबंध के बावजूद खनन किया गया था और काफी पैसी की उगाही की गई थी. इस मामले में 7 जिलों में सीबीआई की तफ्तीश चल रही थी. 31 मई 2012 को एक टेंडर हुआ था जो ई-टेंड के मार्फत नहीं किया गया था.

अखिलेश यादव के अलावा पूर्व मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति को भी सीबीआई इस मामले में समन कर सकती है. प्रजापति के पास भी खनन विभाग की जिम्मेदारी थी. सीबीआई हमीरपुर में बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) नेता सत्यदेव दीक्षित और समाजवादी पार्टी के एमएलसी रमेश मिश्रा के आवास पर छापेमारी की.