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यूपी विधान परिषद उप-चुनाव: सीएम योगी ने दाखिल किया नामांकन, जानें पिता की जगह लिखा किसका नाम

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को विधान परिषद उपचुनाव के लिए अपने नामांकन पत्र दाखिल किये।

Updated on: 06 Sep 2017, 12:03 AM

नई दिल्ली:

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को विधान परिषद उपचुनाव के लिए अपने नामांकन पत्र दाखिल किये। लेकिन उनका नामांकन पत्र चौंकाने वाला था। उत्तराखंड में जन्में सीएम का नाम अजय सिंह बिष्ट है। जबकि पिता का नाम आनंद सिंह बिष्ठ और मां का नाम सावित्री देवी है।

हालांकि योगी आदित्यनाथ ने अपने नामांकन पत्र में पिता का नाम स्वर्गीय अवैद्यनाथ बताया है। महंत अवैद्यनाथ ने योगी आदित्यनाथ को संन्यासी बनवाया था और वह गोरखनाथ मंदिर के पीठाधीश्वर थे।

4 और नेताओं ने भी दाखिल किये नामांकन

उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा और केशव प्रसाद मौर्य ने भी पांच सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए नामांकन दाखिल किए। उत्तर प्रदेश के दो अन्य मंत्रियों -स्वतंत्र देव सिंह और मोहसिन रजा- ने भी नामांकन पत्र दाखिल किए।

नामांकन दाखिल करते समय राज्य विधानसभा के अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र नाथ पांडेय, राज्य सरकार के वित्तमंत्री राजेश अग्रवाल और अन्य मंत्रियों सहित बीजेपीके बड़े नेता मौजूद थे।

यह उपचुनाव समाजवादी पार्टी के चार सदस्यों (एमएलसी) -बुक्कल नवाब, यशवंत सिंह, सरोजिनी अग्रवाल और अशोक बाजपेई- और बसपा के एक सदस्य जयवीर सिंह के विधान परिषद से इस्तीफे के कारण हो रहा है।

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बीजेपी के पांचों उम्मीदवार अभी रात्य विधानमंडल के किसी भी सदन के सदस्य नहीं हैं। मंत्री पद की शपथ लेने के बाद इन सभी को छह महीने के भीतर यानी 19 सितंबर तक किसी न किसी सदन का सदस्य बनना अनिवार्य है।

बसपा के विधान परिषद सदस्य के इस्तीफे के बाद खाली हुई पांचवीं सीट के लिए चुनावी कार्यक्रम जारी कर चुनाव आयोग ने बीजेपीकी समस्या सुलझा दी है।

नवाब और सिंह का कार्यकाल 2022 में खत्म होना था, जबकि अग्रवाल और बाजपेई का कार्यकाल 2021 में। लेकिन इन सभी ने अचानक इसी महीने इस्तीफा दे दिया। अग्रवाल, बाजपेई और नवाब ने इस्तीफे के बाद बीजेपीका दामन थाम लिया है।

उपचुनाव की अधिसूचना 29 अगस्त को जारी की गई थी और पांच सितंबर को नामांकन दाखिल करने की अंतिम तारीख है। नामांकन वापस लेने की अंतिम तारीख आठ सिंतबर है।

चुनाव आयोग ने कहा है कि मतदान 15 सितंबर सुबह नौ बजे से शाम चार बजे तक होगा। मतों की गिनती उसी दिन शाम पांच बजे होगी। चुनावी प्रक्रिया 18 सितंबर तक पूरी हो जाएगी।

मुख्यमंत्री योगी उच्च सदन में जाने का निर्णय लेकर अखिलेश और मायावती की सूची में शामिल हो गए हैं। ये दोनों नेता भी विधान परिषद के सदस्य थे। योगी आदित्यनाथ गोरखपुर से लोकसभा सांसद हैं और उन्होंने 19 मार्च को उत्तर प्रदेश में बीजेपीसरकार के चुने जाने के बाद मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी।

उप मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने वाले मौर्य फूलपुर से लोकसभा सांसद हैं और शर्मा लखनऊ के मेयर रह चुके हैं। आदित्यनाथ और मौर्य दोनों ने अपनी-अपनी लोकसभा सीटों से इस्तीफा नहीं दिया है।

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