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सीएम योगी का जनता दरबार: पाबंदी के बावजूद मिला 'तीन तलाक', पीड़िता की मुख्यमंत्री से गुहार

यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के जनता दरबार में एक पीड़िता की गुहार, बंद हो तीन तलाक, सरकार लाए कानून।

Updated on: 21 Nov 2017, 12:32 PM

नई दिल्ली:

तीन तलाक पर सुप्रीम कोर्ट की पाबंदी के बावजूद देश में फोन या व्हाट्स ऐप के माध्यम से तलाक देने की घटनाएं नहीं रुक रही है। ऐसी ही एक और घटना यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के जनता दरबार में सामने आई जब रामपुर की एक लड़की ने फोन पर तीन तलाक दिये जाने की व्यथा सुनाई।

पीड़िता ने कहा, 'मेरे पति ने मुझे फोन पर तीन बार तलाक बोल कर तलाक दे दिया और साथ ही मुझे मारने की भी धमकी दी है।'

पीड़िता का कहना है कि इस संबंध में एक कानून की ज़रुरत है। उन्होंने कहा, 'ऐसे मामलों को रोकने के लिए एक कानून बनाना चाहिए। आज मैं मुख्यमंत्री के जनता दरबार में आई हूं ताकि अपनी कहानी उन्हें सुना सकूं।'

गौरतलब है कि हाल ही में (22 अगस्त 2016) को सुप्रीम कोर्ट ने ऐतिहासिक फैसला देते हुए तीन तलाक को असंवैधानिक करार दिया था।

इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र को इस संबंध में कानून बनाने के भी निर्देश दिए थे। इसके लिए सुप्रीम कोर्ट ने सरकार को 6 महीने का वक्त दिया था।

हालांकि उच्चतम न्यायालय के इस फैसले के बावजूद देश में तीन तलाक के मामले सामने आ रहे हैं। इससे पहले भी यूपी की अलीगढ़ अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में संस्कृत के प्रोफेसर खालिद खान पर उनकी पत्नी ने व्हाट्स ऐप के जरिए ट्रिपल तलाक देने का आरोप लगाया था।

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