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यूपीः कागजी अस्पताल का दौरा करने पहुंचे थे सीएमओ, बीजेपी विधायक के रिश्तेदार ने दी धमकी

इस बात का खुलासा तब हुआ जब कटियार ने कागजो में चल रहे अपने 120 बेड के अस्पताल के पंजीयन के नवीनीकरण कराने के लिए स्वास्थ्य विभाग को आवेदन पत्र दिया था।

Updated on: 11 Sep 2018, 11:18 AM

नई दिल्ली:

उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के विधायक विनोद कटियार के बहनोई, कागजों में चल रहे अस्पताल के नवीनीकरण के लिए जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी को फोन पर दबाव बना रहा है। मामला सूबे के जनपद कानपुर देहात का है जहां विधायक के 120 बेड वाले अस्पताल का बिना मानक पूरे किये पंजीकरण का नवीनकरण कराने का दबाव बनाकर सीएमओ को फटकार लगाई गई है।

इस अस्पताल की जांच करने के लिए पहुंचे जिले के मुख्य चिकित्साधिकारी और उनके अधीनस्थों को फोन पर फटकार लगाई गई। अभी तक पुखरायां या उसके आस-पास पीवीएप नाम से कोई अस्पताल संचालित नहीं हो पाया हैं।

इस बात का खुलासा तब हुआ जब कटियार ने कागजो में चल रहे अपने 120 बेड के अस्पताल के पंजीयन के नवीनीकरण कराने के लिए स्वास्थ्य विभाग को आवेदन पत्र दिया था।

आवेदन के बाद मुख्य चिकित्साधिकारी ने अधिकारियों को निरीक्षण करने के लिए मौके पर भेजा। यह बात विधायक के परिजनों को ठीक नहीं गली और फोन पर ही धमकियां देना शुरू कर दिया।

इस अस्पताल का संचालन संचालन 2015 से हो रहा है लेकिन अभी तक यह कहीं भी नहीं दिख रहा है। हालांकि स्वास्थ्य विभाग की कार्यशैली से यह अस्पताल केवल कागजों में चलता रहा।

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मुख्य चिकित्साधिकारी की माने तो 31 जुलाई 2015 में 120 बेड के पीवीएप अस्पताल का संचालन कराने के लिए आवेदन किया गया था। जिसे तत्कालीन मुख्य चिकित्साधिकारी ने 24 फरवरी 2016 को अस्पताल संचालन की परमीशन दे दी। लेकिन अस्पताल का संचालन अभी तक नहीं हो पाया हैं।