logo-image

उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ से संदिग्ध आतंकी गिरफ्तार

नेशनल इवेस्टीगंशन एजेंसी (एनआईए) और उप्र एटीएस की टीम ने गुरुवार को प्रतापगढ़ जिले से दो संदिग्ध पिता-पुत्र को हिरासत में लिया।

Updated on: 01 Dec 2017, 03:32 AM

नई दिल्ली:

नेशनल इवेस्टीगंशन एजेंसी (एनआईए) और उप्र एटीएस की टीम ने गुरुवार को प्रतापगढ़ जिले से दो संदिग्ध पिता-पुत्र को हिरासत में लिया। बाद में टीम ने पिता अख्तर को छोड़ दिया और संदिग्ध आतंकी शाहनवाज को पूछताछ के लिए लखनऊ ले आई, जहां उससे पूछताछ की जा रही है।

शाहनवाज को हाल ही में लखनऊ के चारबाग स्थित एक होटल से गिरफ्तार किया गया था। एनआईए आतंकी शेख अब्दुल नईम से पूछताछ में मिली जानकारी के बाद उसे गिरफ्तार किया गया है। आतंकी नईम वर्ष 2006 हैदराबाद में हुए बम ब्लास्ट का मुख्य आरोपी है। एनआईए उससे लगातार पूछताछ कर रही है।

सूत्रों से मिली के मुताबिक, एनआईए और उप्र एटीएस की टीम ने गुरुवार को प्रतापगढ़ के लालगंज कोतवाली के बीरबल इलाके से संदिग्ध पिता-पुत्र अख्तर और शाहनवाज को पकड़ा। बताया गया है कि शहनवाज देवबंद का छात्र था।

गुरुवार को पकड़े गए शाहनवाज के पास से एनआईए को अहम सबूत मिले हैं। उसके पास से एनआईए को कुछ वीडियो और फोटो मिली है जो लखनऊ, वाराणसी और आगरा की है। बताया गया है कि नईम और शाहनवाज ने अलग-अलग समय पर ताजमहल की रेकी की थी। इसकी कुछ फुटेज सुरक्षा एजेंसियों को दोनों के मोबाइल से मिली है।

फिलहाल जांच एजेंसियां आतंकी नईम और शाहनवाज की गिरफ्तारी के बाद इनके कहां-कहां नेटवर्क हैं और किस तरह से उसको संचालित किया जा रहा है, इसके बारे में जानकारियां जुटाने में लगी हैं।

हाफिज को समर्थन के बाद मुशर्रफ को 'वैश्विक आतंकी' घोषित करने की उठी मांग

सुरक्षा एजेंसियों की पूछताछ में आतंकी नईम ने कई चौंका देने वाले खुलासे किए हैं। उसे पाकिस्तान और जम्मू एवं कश्मीर से इस काम के लिए पैसे भी मिल रहे थे। उस पैसे को वह धर्म के प्रति रुझान रखने वाले युवकों की टीम बनाने में लगाता था।

पूछताछ में लश्कर आंतकी नईम ने कई खुलासे करते हुए बताया कि वह 26/11 के हमले के आरोपी अबू जुंदाल के संपर्क में था। वह पाकिस्तान के लश्कर कमांडर रेहान के संपर्क में भी था और उसने लश्कर कमांडर से धन लेने की बात भी स्वीकारी है।

बीती 28 नवंबर को गिरफ्तार किए गए आतंकी नईम को एनआईए ने 10 दिन के रिमांड पर लिया है।

और पढ़ें:जीएसटी कलेक्शन में अक्टूबर में 10 हजार करोड़ रुपये की गिरावट