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उत्‍तर प्रदेशः एक अफवाह से धधक उठा मेरठ, 100 से ज्यादा झुग्गियां फूंकीं

उत्‍तर प्रदेश के मेरठ में एक धार्मिक स्थल पर आगजनी के बाद कई तरह की अफवाहें फैला दी गई. इसकी वजह से शहर के हालात बिगड़ गए.

Updated on: 07 Mar 2019, 10:25 AM

मेरठ:

उत्‍तर प्रदेश के मेरठ में एक धार्मिक स्थल पर आगजनी के बाद कई तरह की अफवाहें फैला दी गई. इसकी वजह से शहर के हालात बिगड़ गए. एक धर्मिक स्थल सहित कई झुग्गियां आग की भेंट चढ़ चुकी थी. गुस्साई भीड़ सड़कों पर पहुंच गई और सड़क को जाम कर दिया भीड़ ने कई वाहनों को अपना शिकार बनाया. मामले की गम्भीरता को देखते हुए आस-पास के इलाकों से पुलिस बल को बुला कर तैनात कर दिया गया. मौके पर एनडीआरएफ की टीम भी पहुंच गई.

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मेरठ कैंट के थाना सदर इलाके की मलिन बस्ती में कैंट बोर्ड की टीम पुलिस के साथ अवैध निर्माण हटवाने गई थी तभी ये बात फैल गई कि बोर्ड और पुलिस की टीम अवैध वसूली के मकसद से पहुंची है. लोगों और पुलिस के बीच कहासुनी शुरू हो गई. बात इतनी बिगड़ गई कि लोगों ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया. इस दौरान मौके पर मौजूद भीड़ ने पुलिस के साथ हाथापाई कर दी.

इसके बाद पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की तो लोगों ने फायरिंग करते हुए पुलिसकर्मियों से वायरलेस और हथियार छीन लिए. आक्रोशित भीड़ ने रोडवेज बसों सहित कई वाहनों में तोड़फोड़ करते हुए पुलिस अधिकारियों को दौड़ा दिया. जिसके बाद पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा. इलाके के लोगों का ये भी आरोप है कि पुलिस की टीम ने ही इलके में आग लगा दी. 

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इस बवाल में पुलिस सहित कई स्थानीय लोगों को भी चोटें आई हुई है. आरोप ये भी है कि पुलिस के हथियार और वायरलेस को भी छीना गया था. मामले की जांच की जा रही है कि आखिरकार आग कैसे और किसने लगाई. लेकिन मामला तूल न पकड़े इसको देखते हुए प्रशासन ने इलाके की इंटरनेट सेवा को कुछ देर के लिये बंद कर रखा है.

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मेरठ सदर थाना क्षेत्र के भूसा मंडी स्थित बाघ वाला में धार्मिक स्थल पर आगजनी के अलावा और भी कई अफवाहें फैलने से भारी भीड़ जमा हो गई. वहीं आक्रोशित लोगों ने पुलिस पर फायरिंग और पथराव कर दिया. गौरतलब है कि इसी क्षेत्र में ही बस अड्डा भी है जहां से दिल्ली व देहरादून के लिए बसों की आवाजाही रहती है. बवाल में शामिल लोगों ने इन बसों को भी शिकार बनाया. झुग्गियों में मौजूद गैस सिलेंडर फटने लगे और देखते ही देखते यहां करीब 100 झुग्गियां जल कर खाक हो गई. आग पर काबू पाने के लिए आसपास की जिलों से फायर ब्रिगेड की मदद ली गई. घंटो की मशक्कत के बाद आग पर तो काबू पा लिया गया लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी.