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यूपी में अति पिछड़ों-अति दलितों को मिल सकता है अलग से आरक्षण

विधानसभा में एक सवाल के जवाब में सीएम ने ज़ोर देते हुए कहा कि अति पिछड़ों और दलितों के उत्थान के लिए अगर ऐसा निर्णय लेना ज़रूरी हुआ तो उसपर विचार किया जाएगा।

Updated on: 22 Mar 2018, 08:57 PM

नई दिल्ली:

यूपी में जल्द ही अति पिछड़े वर्ग और अति दलितों को अलग से आरक्षण देने का ऐलान किया जा सकता है।

यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को इस बारे में बड़ा ऐलान किया है।

विधानसभा में एक सवाल के जवाब में सीएम ने ज़ोर देते हुए कहा कि अति पिछड़ों और दलितों के उत्थान के लिए अगर ऐसा निर्णय लेना ज़रूरी हुआ तो उसपर विचार किया जाएगा।

यूपी सीएम ने कहा, 'अगर आवश्यकता पड़ी तो हम अति पिछड़े और अति दलित को आरक्षण देने पर विचार करेंगे।'

आगे उन्होंने कहा कि हमारी सरकार में सभी ग़रीबों और दलितों को विकास की मुख्य धारा से जो़ड़ने के लिए सभी आवश्यक क़दम उठाए जाएंगे। हम सभी तरह के लोगों को बिना किसी भेदभाव के रोज़गार देंगे।

उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा, 'पहले की सराकर रोज़गार देने के नाम पर लेन-देन करती थी। क्या कोई सोच सकता है कि यूपी लोक सेवा आयोग में नौकरी के नाम पर 40 से 60 लाख़ रुपये तक की डील होती थी? जल्द ही इस मामले में जांच रिपोर्ट आ जाएगी जिसके बाद जो भी दोषी पाए जाएंगे उन्हें जेल भेजा जाएगा और उनकी संपत्ति ज़ब्त कर ली जाएगी।'

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सीएम ने कहा, 'हमलोग इस महीने 25,000 करोड़ रुपये का प्रस्ताव लाने जा रहे हैं। जिसपर अगले महीने से काम शुरू हो जाएगा। जिसके बाद अगले तीन सालों में 20 लाख़ युवाओं को सीधे रोज़गार मिलना शुरू हो जाएगा। इतना ही नहीं अगर हमारे सभी प्रस्ताव पास हो गए तो फिर 35 लाख़ युवाओं को इसका फ़ायदा मिलेगा।'

इतना ही नहीं अप्रैल-17 से लेकर अब तक यूपी के जिन जवानों ने बॉर्डर पर शहादत दी है सरकार उनके गांव का विकास करेगी।

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