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उत्तर प्रदेश में गठबंधन की विफलता पर बोलीं मायावती, 10 बातों में जानें क्या कहा

मंगलवार (04 मई) को वह मीडिया से मुखातिब हुईं और उन्होंने कहा कि समाजावादी पार्टी में अभी काफी सुधार लाने की जरूरत है.

Updated on: 04 Jun 2019, 11:52 AM

नई दिल्ली:

लोकसभा चुनाव 2019 में बहुजन समाज पार्टी और समाजावादी पार्टी का गठबंधन सफल न हो पाने के बाद बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमों मायावती ने उपचुनाव में अकेले लड़ने की घोषणा की है. मंगलवार (04 मई) को वह मीडिया से मुखातिब हुईं और उन्होंने कहा कि समाजावादी पार्टी में अभी काफी सुधार लाने की जरूरत है. दस बातों में जानें बसपा सुप्रीमों ने और क्या कहा..

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  • जब से सपा के साथ बीएसपी का गठबंधन हुआ तब से अखिलेश जी ने मुझे बड़ा सम्मान दिया है. हमारे साथ उनके रिश्ते लंबे समय तक बने रहेंगे.
  • समाजवादी पार्टी के साथ यादव समाज नहीं टिका रह सका, यादव बाहुल्य सीटों पर भी सपा के मजबूत उम्मीदवार हार गए है. सपा को उनका बेस वोट नहीं मिला.
  • बदायूं, कन्नोज और फिरोजाबाद सीट पर सपा प्रत्याशियों का हार जाना हमें बहुत कुछ सोचने को मजबूर करता है.
  • चुनाव परिणाम में ईवीएम की भूमिका खराब रही है. सपा बसपा का बेस वोट जुड़ने पर हमें हारना नहीं चाहिए था.
  • ऐसी स्थिति में यह आंकलन किया जा सकता है कि जब सपा का बेस वोट खुद सपा को नहीं मिला, तो बीएसपी को कैसे मिला होगा.
  • इसी संदर्भ में कल 3 जून को दिल्ली केंद्रीय कार्यालय में चुनाव परिणामों की समीक्षा की गई थी.
  • यदि मुझे लगेगा कि सपा प्रमुख अपने राजनीतिक कार्यों के साथ-साथ अपने लोगों को जोड़े रखेंगे तो फिर हम साथ आएंगे.
  • फिलहाल आने वाले उपचुनावों में हमारे लिए अकेले चुनाव लड़ना ही ठीक रहेगा.
  • मीडिया में गलत तरीके से हमारी बात को रखा गया, जबकि हमारी पार्टी की तरफ से या मेरी तरफ से कोई रिपोर्ट मीडियो को नहीं दी गई.
  • बसपा प्रमुख मायावती ने कहा, जब से सपा-बसपा गठबंधन हुआ, सपा प्रमुख अखिलेश यादव और उनकी पत्नी डिंपल यादव ने बहुत सम्मान दिया है.