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अलीगढ़ में WhatsApp के जरिए दिया ट्रिपल तलाक, पीड़िता ने पीएम मोदी से मांगी मदद

ट्रिपल तलाक पर सुप्रीम कोर्ट के पाबंदी लगाने के बाद भी ऐसे मामले रूकने का नाम नहीं ले रहे हैं। अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में संस्कृत के प्रोफेसर खालिन खान पर उनकी पत्नी ने व्हाट्स ऐप के जरिए ट्रिपल तलाक देने का आरोप लगाया है।

Updated on: 12 Nov 2017, 11:40 PM

नई दिल्ली:

ट्रिपल तलाक पर सुप्रीम कोर्ट के पाबंदी लगाने के बाद भी ऐसे मामले रूकने का नाम नहीं ले रहे हैं। अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में संस्कृत के प्रोफेसर खालिद खान पर उनकी पत्नी ने व्हाट्स ऐप के जरिए ट्रिपल तलाक देने का आरोप लगाया है। आरोपी प्रोफेसर की पत्नी ने इसके खिलाफ अलगीढ़ के सिविल लाइंस में मामला दर्ज कराया है।

गौरतलब है कि करीब 3 महीने पहले ही सुप्रीम कोर्ट के 5 जजों की संवैधानिक पीट ने ट्रिपल तलाक पर रोक लगा दी थी। अब आरोपी प्रोफेसर की पत्नी यासमीन ने पीएम मोदी से मदद की गुहार लगाई है।

पीड़ित महिला ने धमकी दी है कि अगर उसे इंसाफ नहीं मिला तो वो अपने पति के घर के सामने बच्चों के साथ आत्महत्या कर लेंगी।

यासमीन ने आरोप लगाया कि प्रोफेसर ने उन्हें व्हाट्सऐप और एसएमएस देकर तलाक दे दिया जो पूरी तरह गलत है।

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गौरतलब है कि 22 अगस्त को तीन तलाकर पर सुप्रीम कोर्ट के पांच जजों की पीठ ने ट्रिपल तलाक पर फैसला सुनाते हुए इसे बैन कर दिया था।

इस पीठ में पांच में से तीन जजों जस्टिस कुरियन जोसफ, जस्टिस नरीमन और जस्टिस यूयू ललित ने तीन तलाक को असंवैधानिक करार दिया। तीनों ने जस्टिस नजीर और सीजेआई खेहर की राय का विरोध किया। तीनों जजों ने तीन तलाक को संविधान के अनुच्छेद 14 का उल्लंघन करार दिया था।

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