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यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ जल्द करेंगे मंत्रालयों का बंटवारा, मोदी-शाह से आज दिल्ली में करेंगे मुलाकात

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री का पद संभालने के बाद कई बड़े फैसले लेने वाले योगी आदित्यनाथ अब राज्य की अफसरशाही में बदलाव के साथ मंत्रियों के विभागों के बंटवारे की दिशा में काम शुरू कर चुके हैं।

Updated on: 21 Mar 2017, 07:22 AM

highlights

  • उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अब राज्य की नौकरशाही में बदलाव कर सकते हैं
  • इसके अलावा पार्टी अालाकमान से विचार-विमर्श के बाद योगी करेंगे मंत्रियों के विभागों का बंटवारा

New Delhi:

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री का पद संभालने के बाद कई बड़े फैसले लेने वाले योगी आदित्यनाथ अब मंत्रियों के विभागों के बंटवारे की दिशा में काम शुरू कर चुके हैं। योगी के इस फैसले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी नेशनल प्रेसिडेंट अमित शाह की सहमति होगी।

रविवार को पदभार ग्रहण करने के बाद आदित्यनाथ ने पहला बड़ा फैसला लेते हुए सभी अधिकारियों से 15 दिनों के भीतर संपत्ति की जानकारी जमा करने का आदेश दिया तो वहीं नौकरियों में मेरिट के आधार पर नियुक्ति किए जाने का आदेश दिया। अब योगी मंत्रालयों के बंटवारे को लेकर काम शुरू कर चुके हैं। रविवार को योगी ने दो उप-मुख्यमंत्री समेत 47 मंत्रियों के साथ शपथ ली थी।

दिल्ली की सहमति से तय होगा विभाग

47 मंत्रियों के साथ शपथ लेने वाले योगी आदित्यनाथ के सामने सबसे बड़ी चुनौती विभागों के बंटवारे को लेकर है। योगी के कैबिनेट में टिकट बंटवारे की रणनीति को ध्यान में रखते हुए सभी जाति और समुदाय के प्रतिनिधियों को जगह दी गई है लेकिन अभी तक विभागों का बंटवारा नहीं किया गया है।

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विभागों का बंटवारा करने से पहले योगी मंगलवार को दिल्ली जाएंगे, जहां वह आलाकमान के साथ विभागों के बंटवारे को लेकर चर्चा करेंगे। इसके बाद ही वह योगी आदित्यनाथ के मंत्रिमंडल में विभागों का बंटवारा होगा। दिल्ली में ही योगी आदित्यनाथ गोरखपुर की संसद सदस्यता से इस्तीफे का ऐलान करेंगे।

योगी फिलहाल गोरखपुर से बीजेपी सांसद हैं। इसके साथ ही यूपी बीजेपी प्रेसिडेंड केशव प्रसाद मौर्य भी संसद की सदस्यता से इस्तीफा दे सकते हैं। आदित्यनाथ के साथ मौर्य ने भी उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम पद की शपथ ली थी। 

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मुख्यमंत्री बनने के बाद योगी ने बड़ा फैसला लेते हुए राज्य के तीन बूचड़खानों पर ताला लगा दिया है। वहीं अब प्रशासनिक फेरबदल की योजना पर काम शुरू किया जा चुका है। माना जा रहा है कि योगी आदित्यनाथ राज्य के पुलिस महानिदेशक जावीद अहमद की जगह नए पुलिस महानिदेश की नियुक्त कर सकते हैं।

उत्तर प्रदेश में कानून और व्यवस्था बड़ा चुनावी मुद्दा रहा है, जिसके मद्देनजर योगी सरकार अपनी पसंद के डीजीपी की नियुक्ति पर विचार कर रही है। हालांकि अभी तक इस बारे में कोई औपचारिक घोषणा नहीं की गई है।

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अधिकारियों को योगी का निर्देश

योगी ने राज्य के अधिकारियों से लोक संकल्प के हिसाब से योजनाएं बनाने को कहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निवेश बढ़ाने पर जोर देते हुएइंडस्ट्रियल डेवलपमेंट पॉलिसी को बेहतर किए जाने का निर्देश दिया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि तहसील और थानों में किसी भी तरह का राजनैतिक दबाव नहीं होना चाहिए। 44 वर्षीय योगी आदित्यनाथ ने रविवार को दो उप मुख्यमंत्रियों केशव प्रसाद मौर्य तथा दिनेश शर्मा एवं 44 अन्य मंत्रियों के साथ मुख्यमंत्री के रूप में पद एव गोपनीयता की शपथ ली थी।

योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि उनकी सरकार बिना किसी भेदभाव के समाज के सभी वर्गों के लिए काम करेगी।

योगी आदित्यनाथ ने जावीद अहमद से सभी जिलों के पुलिस अधिकारियों से बातचीत करने के बाद 15 दिन के भीतर राज्य में बेहतर पुलिस व्यवस्था स्थापित करने के लिए ब्लूप्रिंट बनाने को भी कहा है।

रविवार को मुख्यमंत्री ने शपथ ग्रहण के तुरंत बाद अपने मंत्रिमंडल के साथ एक अनौपचारिक बैठक की थी, जिसके बाद सभी मंत्रियों से अपनी संपत्ति और पूंजी का ब्योरा 15 दिन के भीतर सार्वजनिक करने के लिए कहा था।

सभी मंत्रियों से कहा गया है कि वे यूपी सरकार के प्रवक्ता नियुक्त किए गए श्रीकांत शर्मा तथा सिद्धार्थनाथ सिंह के जरिए ही मीडिया से बातचीत करें। 403 सदस्यीय विधानसभा में बीजेपी ने 312 सीटें जीती हैं।

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