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अब रेल यात्रा जेब पर पड़ेगी भारी, पीएमओ ने रेलवे से किराए बढ़ाने को कहा

अपनी खराब माली हालत को देखते हुए रेल विभाग ने यात्री किराए में वृद्धि के लिए प्रधानमंत्री कार्यालय को एक पत्र लिख इसके कारण गिनाते हुए अनुमति मांगी थी.

Updated on: 28 Nov 2019, 05:19 PM

highlights

  • पीएमओ ने दिए रेल किराये में वृद्धि के संकेत.
  • विभाग भी जूझ रहा आर्थिक संकट से.
  • नई प्राइवेट ट्रेनों की संख्या बढ़ाने के संकेत.

New Delhi:

रेल विभाग बहुत जल्द रेल यात्री किराए में बढ़ोत्तरी करने जा रहा है. बताते हैं कि अपनी खराब माली हालत को देखते हुए रेल विभाग ने यात्री किराए में वृद्धि के लिए प्रधानमंत्री कार्यालय को एक पत्र लिख इसके कारण गिनाते हुए अनुमति मांगी थी. इस पर पीएमओ ने रेल विभाग को अनुमति दे दी है. रेल विभाग ने अब रेल यात्रियों की जेब पर बोझ बढ़ाने की तैयारी शुरू कर दी है. इसके साथ ही रेल विभाग ने यात्रियों को जागरूक करने का भी फैसला किया है. सूत्रों की मानें तो दिसंबर माह में रेल किराए में वृद्धि की घोषणा कर दी जाएगी और नए साल के साथ ही उसे लागू कर दिया जाएगा.

आर्थिक मंदी का असर पड़ा रेलवे पर
रेलवे सूत्रों के मुताबिक आर्थिक मंदी का असर विभाग पर भी भी पड़ा है. अपेक्षित वृद्धि दर हासिल नहीं हो सकने पर रेल विभाग पर भारी दबाव है. इसके साथ ही उसे लगातार सड़क यातायात से कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ रहा है. करेला वह भी नीम चढ़ा की तर्ज पर रेलवे से यात्रा करने वाले यात्रियों में से एक बड़ा तबका हवाई यात्रा को तरजीह देने लगा है. इसके अलावा रेलवे के खर्चों की तुलना में आमदनी कम होने लगी है. इन्हीं कारण रेल विभाग ने पीएमओ को बीते दिनों पत्र लिखकर यात्री किराए में वृद्धि की मांग रखी थी.

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आमदनी हुई कम, खर्च हो गए ज्यादा
दरअसल, इस वर्ष रेलवे की यातायात से कमाई कम, जबकि खर्च ज्यादा हो गए हैं. अप्रैल से अक्टूबर की तिमाही में रेलवे को यात्री और माल यातायात से मात्र 99000 करोड़ से कुछ अधिक कमाई हुई है. हालांकि, लक्ष्य 1 लाख 18 हज़ार करोड़ की कमाई का था. इसके विपरीत खर्च बढ़कर 1 लाख 10 हज़ार करोड़ के हो गए हैं, जबकि लक्ष्य खर्च को 96 हज़ार करोड़ रुपये पर सीमित रखने का था. वहीं, इस स्थिति के लिए अर्थव्यवस्था में सुस्ती और मांग कम होना प्रमुख वजह है, जिसके चलते रेलवे की माल ढुलाई पर बुरा असर पड़ा है.

आमदनी बढ़ाने के नए उपाय ढूंढने की सलाह
रेलवे के कार्य प्रदर्शन की हालिया समीक्षा के बाद पीएमओ ने उससे इन कदमों को नाकाफी बताते हुए, उससे एकमुश्त किराया बढ़ाने पर शीघ्र निर्णय लेने को कहा है. सूत्रों के अनुसार, पीएमओ चाहता है कि रेलवे बोर्ड इसी महीने किराया वृद्धि का निर्णय ले और उसे 1 जनवरी से लागू कर दें, ताकि जनवरी-मार्च के आखिरी तीन महीनों और चालू वित्तीय वर्ष के दौरान और आगामी बजट से पहले ही इसका लाभ मिल सके. किराया बढ़ोतरी के अलावा पीएमओ ने रेलवे को आमदनी बढ़ाने के कुछ और नए उपाय करने को कहा है.

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नई प्राइवेट ट्रेनें भी जल्द शुरू करने की सलाह
इस बाबत उसने कुछ सुझाव भी रेलवे को दिए हैं. मसलन, उसने रेलवे से कुछ और प्राइवेट ट्रेने जल्द शुरू करने को कहा है. इसके अलावा एनएचएआई की तर्ज पर टोल सड़कों की भांति आईआरसीटीसी और क्रिस की वेबसाइटों के कॉन्‍ट्रेक्ट निजी कंपनियों को देकर उनसे एकमुश्त रकम जुटाने का सुझाव भी दिया गया है. पीएमओ ने टूरिस्ट ट्रेनो के पैकेज को आकर्षक बनाकर तथा उन्हें केरल के आयुर्वेदिक स्वास्थ्य केन्दों तक चलाकर धन कमाने की युक्ति भी रेलवे को सुझाई है.