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अगर छिड़ गया न्‍यूक्‍लियर युद्ध तो आप के बचने के ये हैं उपाय

अगर पाकिस्‍तान के मूर्खतापूर्ण कदम से यदि यह रार परमाणु जंग (Nuclear Attack) में तब्दील होती है तो एक हफ्ते में दो करोड़ लोग मारे जाएंगे.

नई दिल्‍ली:

जम्‍मू-कश्‍मीर से अनुच्‍छेद 370 हटने के बाद पाकिस्‍तान लगातार परमाणु हमले की धमकी दे रहा है. अगर उसके मूर्खतापूर्ण कदम से यदि यह रार परमाणु जंग (Nuclear Attack) में तब्दील होती है तो एक हफ्ते में दो करोड़ लोग मारे जाएंगे. एक परमाणु विस्फोट कुछ मिनटों की चेतावनी के साथ या बिना हो सकता है. ऐसे में विस्फोट के बाद के पहले कुछ घंटों में फॉलआउट सबसे खतरनाक होता है. उस समय वह विकिरण के उच्चतम स्तर को छोड़ रहा होता है. वेब साइट ready.gov के अनुसार आप इन सरल चरणों का पालन करके विकिरण के खतरे को रोकने में सक्षम हो सकते हैं. 

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  1. किसी भी ऐसी त्वचा या बालों से फॉलआउट हटाने के लिए साबुन और पानी से नहाएं या धोएं, जो ढंका नहीं था. यदि आप धो या स्नान नहीं कर सकते तो त्वचा या बालों को पोंछने के लिए साफ गीले कपड़े का उपयोग करें.
  2. किसी भी ऐसे पालतू जानवर को साफ़ करें जो विस्‍फोट के बाद बाहर थे. किसी भी विकिकरण के कण को हटाने के लिए अपने पालतू को धीरे से ब्रश करें और यदि उपलब्ध हो तो अपने पालतू जानवरों को साबुन और पानी से धोएं.
  3. पैकेज्ड फूड आइटम्स या ऐसी चीजें खाना या पीना सुरक्षित है जो किसी बिल्डिंग के अंदर थीं. ऐसे भोजन या तरल पदार्थों का सेवन न करें, जो बाहर खुले थे और विकिरण से दूषित हो सकते हैं.
  4. यदि आप बीमार या घायल हैं, तो निर्देश पर सुनें कि कैसे और कहाँ चिकित्सा ध्यान पाने के लिए जब अधिकारी आपको बताते हैं कि बाहर निकलना सुरक्षित है.


परमाणु विस्फोट से संबंधित खतरे

  • तेज फ्लैश एक मिनट से भी कम समय के लिए अस्थायी अंधापन का कारण बन सकता है.
  • विस्फोट से कई मील की दूरी पर मौत, चोट और क्षति हो सकती है.
  • रेडिएशन शरीर की कोशिकाओं को नुकसान पहुंचा सकता है. बड़े एक्सपोज़र विकिरण बीमारी का कारण बन सकते हैं.
  • आग और गर्मी मौत का कारण बन सकती है, चोटों को जला सकती है, और कई मील बाहर संरचनाओं को नुकसान पहुंचा सकती है.
  • विद्युत पल्स (ईएमपी) विस्फोट से कई मील की दूरी पर बिजली के उपकरणों और इलेक्ट्रॉनिक्स को नुकसान पहुंचा सकते हैं और अस्थायी व्यवधान पैदा कर सकते हैं.

वैसे तो दुनिया में सबसे असुरक्षित परमाणु हथियार कहीं हैं तो वो पाकिस्तान में ही है. परमाणु हथियारों के उपयोग की धमकी देने वाला पाकिस्तान को भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पहले ही चेतावनी दे दी है कि वैसे तो भारत शांतिप्रिय देश है और अभी तक भारत पहले परमाणु हथियार (No First use of atomic weapons) उपयोग न करने की अपनी नीति पर चलता आया है लेकिन पाकिस्तान उसे बार-बार परमाणु हमले की धमकी देगा तो वो अपनी नीति बदल भी सकता है. अब जरा ये सोचते हैं कि यदि पाकिस्तान के भारत की राजधानी पर परमाणु हमला करता है तो क्या होगा-
वैसे तो पाकिस्तान ने अगर भारत पर कभी भी परमाणु हथियार उपयोग किया तो इसका खामियाजा उसे अपने देश को खोकर ही चुकाना पड़ेगा क्योंकि पहले परमाणु हथियार उपयोग न करने की नीति रखने वाला भारत फिर स्वतंत्र होगा कि वो जितने चाहे परमाणु बम पाकिस्तान पर गिरा सकता है लेकिन इससे नुकसान दोनों ही देशों का होगा.

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सबसे पहले जानते हैं भारत और पाकिस्तान में किसके पास कितने परमाणु हथियार हैं. बीबीसी में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक, 'स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट' का मानना है कि भारत के पास करीब 130 से 140 परमाणु हथियार हैं जबकि पाकिस्तान के पास150 से 160 परमाणु हथियार हैं. हालांकि इसकी कोई भी आधिकारिक संख्या कहीं जारी नहीं किया जाता है तो ये आंकड़े बस एक अनुमान मात्र हैं. 
अगर पाकिस्तान के इस्लामाबाद से 674 किमी की दूरी पर दिल्ली है और यदि पाकिस्तान का कोई भी परमाणु बम हमारी दिल्ली पर गिरता है तो दिल्ली का नामोनिशांन मिटना तय है. 
दुनिया ने सिर्फ एक बार परमाणु बम का हमला देखा है. जब अमेरिका ने जापान के ऊपर परमाणु हथियार का उपयोग किया था. पहली बार 6 अगस्त 1945 को करीब सवा आठ बजे अमेरिका ने जापान के शहर हिरोशिमा पर पहला परमाणु बम गिराया. इस परमाणु बम का नाम था - लिटिल ब्वाय. जबकि दूसरा परमाणु बम अमेरिका ने ठीक तीन दिन बाद 9 अगस्त को नागासाकी शहर पर गिराया.

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हिरोशिमा और नागासाकी की बात करना इसलिए जरूरी है क्योंकि इस हमले की भयावहता से ही हमें पता चल पाएगा कि अगर दिल्ली पर परमाणु बम गिरता है तो दिल्ली का क्या हश्र होगा. 
जो बम हिरोशिमा पर गिरा उसके गिरने से करीब 4000 डिग्री सेल्सियस का तापमान पैदा हुआ. हिरोशिमा का 30 प्रतिशित हिस्सा उसी वक्त राख बन गया. चारों ओर लाशें ही लाशें वो भी ऐसी की उन्हें छू लो तो वो राख की तरह जमींन पर गिर जाए. बस चंद ही मिनटों में हिरोशिमा उजाड गांव की तरह लगने लगा था- वीरान हो गया था. इस हमले से जो थोड़े दूर थे वो बच तो गए लेकिन रेडियो विकिरम का उन पर असर हुआ. ये एक ऐसा असर था जो कि आने वाली पीढ़ियों पर भी दिखाई देने वाला था. जब लिटिल ब्वाय हिरोशिमा पर गिरा था तो करीब 13 वर्ग किलोमीटर का क्षेत्र पूरी तरह से तबाह हो गया था. शहर की करीब 60 फीसदी इमारतें नष्ट हो चुकी थीं. जापानी सरकार की ओर से जारी आधिकारिक सूचना के हिसाब से केवल हिरोशिमा शहर में कुल 3 लाख 50 हजार की आबादी में से 1 लाख 40 हजार लोगों ने अपनी जान गवाईं.
इनमें सैनिक और वे लोग भी शामिल थे जो बाद में परमाणु विकिरण की वजह से मारे गए. बहुत से लोग लंबी बीमारी और अपंगता के भी शिकार हुए और आज भी यहां लोग कई अपंगताओं के साथ पैदा होते हैं.

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जबकि नागासाकी पर गिरे फैट मैन नाम के बम ने करीब 6.7 वर्ग किलोमीटर का क्षेत्र पूरी तरह से तबाह कर दिया था. इस हमले में करीब 74 हजार लोगों ने अपनी जान गंवाई. 
अब बात करते हैं दिल्ली की. दिल्ली का कुल क्षेत्रफल है 1,484 km² जबकि जनसंख्या 2012 के जारी आंकड़ों के मुताबिक है 18.98 मिलियन. अगर पाकिस्तान अपने परमाणु हथियार से नई दिल्ली पर हमला करता है तो सिम्यूलेटर के हिसाब से यह अधिक प्रलयंकारी होगा. पाकिस्तान का परमाणु हथियार अगर कनॉट प्लेस पर गिरता है तो 6,56,070 लोग अपनी जिंदगी तुरंत खो देंगे और 15,28,490 से भी ज्यादा लोग घायल होंगे. जामा मस्जिद, पुराना किला, संसद भवन और राष्ट्रपति भवन का अस्तित्व ही इस हमले से खत्म हो जाएगा.
अगर भारत और पाकिस्तान परमाणु युद्ध पर उतर आते हैं और दोनों देश करीब 100 परमाणु बमों का इस्तेमाल कर लें तो करीब 2.1 करोड़ लोग मारे जा सकते हैं ( ये आंकडे़ केवल अनुमान हैं) जबकि दोनों देशों के आस-पास रह रहे देशों पर भी इसका संकट दिखाई देगा. 100 परमाणु बमों के इस्तेमाल से पूरी दुनिया का ओजोन लेयर खत्म हो जाएगा जिससे पूरी दुनिया में खतरनाक बीमारियां होंगी. इसके साथ ही पूरी दुनिया न्यूक्लियर विंटर की चपेट में आ जाएगी. फसलें तबाह हो जाएंगी और खाने को कुछ भी नहीं उगाया जा सकेगा. जिससे आपके भूखों मरने की नौबत तक आ जाएगी.

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अगर पाकिस्तान ने भारत पर परमाणु हमला किया तो भारत को तो नुकसान होगा ही लेकिन पाकिस्तान का नक्शा ही दुनिया से गायब हो जाएगा. 
क्या होता है परमाणु बम
अगर पाकिस्तान अपने परमाणु हथियार से नई दिल्ली पर हमला करता है तो सिम्यूलेटर के हिसाब से यह अधिक प्रलयंकारी होगा. पाकिस्तान का परमाणु हथियार अगर कनॉट प्लेस पर गिरता है तो 6,56,070 लोग अपनी जिंदगी तुरंत खो देंगे और 15,28,490 से भी ज्यादा लोग घायल होंगे. जामा मस्जिद, पुराना किला, संसद भवन और राष्ट्रपति भवन का अस्तित्व ही इस हमले से खत्म हो जाएगा.