logo-image

मुख्‍यमंत्री केसीआर की रैली से पहले तेलंगाना कांग्रेस के नेता हिरासत में

पुलिस ने मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव की चुनावी रैली से पहले तेलंगाना कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष रेवंत रेड्डी को हिरासत में ले लिया.

Updated on: 04 Dec 2018, 04:30 PM

हैदराबाद:

पुलिस ने मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव की चुनावी रैली से पहले तेलंगाना कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष रेवंत रेड्डी को हिरासत में ले लिया. पुलिस ने कहा कि उन्हें तड़के तीन बजे कोडांगल में उनके आवास से हिरासत में लिया गया. उन्हें कोसगी में रावी की रैली के दौरान किसी तरह की अप्रिय घटना से बचने के मद्देनजर हिरासत में लिया गया है और अज्ञात स्थान पर रखा गया है. रेड्डी एक साल पहले ही तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) छोड़कर कांग्रेस में आए थे. राव की चुनावी रैली को रोकने की रेड्डी की धमकी के बाद उन्हें हिरासत में लिया गया है. उन्होंने इस रैली के विरोध में बंद का आह्वान किया था. 

निर्वाचन आयोग ने भी रेड्डी को धमकी के लिए नोटिस जारी किया था. पुलिस ने कांग्रेस नेता के खिलाफ दो मामले दर्ज किए हैं. रेड्डी को हिरासत में लिए जाने के बाद कोंडागल में तनाव फैल गया है. पुलिस ने किसी भी तरह की अप्रिय घटना से बचने के लिए क्षेत्र में निषेधाज्ञा लागू कर दी है. रेड्डी ने पुलिस के इस कदम की निंदा करते हुए कहा कि वह जानना चाहती हैं कि उनके पति को कहां रखा गया है. उन्होंने रिटर्निग ऑफिसर के पास शिकायत दर्ज कराई है.

महबूबनगर जिले के जडचेरला में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया और रेवंत की तुरंत रिहाई की मांग की. एक प्रदर्शनकारी ने आत्मदाह की भी कोशिश की. कांग्रेस के एक नेता ने हैदराबाद उच्च न्यायालय में बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका दायर की. कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने हैदराबाद में संवाददाताओं को बताया कि वे निर्वाचन आयोग के पास शिकायत दर्ज कराएंगे. राज्य कांग्रेस के प्रमुख उत्तम कुमार रेड्डी ने आरोप लगाया कि पुलिस ने मुख्यमंत्री की शह पर रेवंत को हिरासत में लिया है. उन्होंने कहा कि टीआरएस नेता अपनी ताकत का दुरुपयोग कर रहे हैं और निर्वाचन आयोग पक्षपाती है. जिस तरह से रेवंत को हिरासत में लिया गया है, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एस.जयपाल रेड्डी ने उसकी निंदा की है. उन्होंने कहा कि केसीआर को चुनाव में हार का डर है. राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी रजत कुमार ने पक्षपात के आरोपों से इनकार किया है. उन्होंने कहा कि वे सभी राजनीतिक दलों को समान रूप से ही देखते हैं. गौरतलब है कि तेलंगाना में सात दिसंबर को विधानसभा चुनाव होंगे.