ममता बनर्जी पर दिए मेरे बयान का गलत मतलब निकाला गया- केशरी नाथ त्रिपाठी
के एन त्रिपाठी ने कहा था कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर की तुष्टीकरण नीति से राज्य के सामाजिक सौहार्द पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है
नई दिल्ली:
पश्चिम बंगाल के निवर्तमान राज्यपाल के एन त्रिपाठी ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की तुष्टीकरण नीति पर दिए गए बयान पर सफाई दी है. उन्होंने कहा है कि उनके बयान का गलत मतलब निकाला गया है. उन्होंने कहा, मैंने अपने इस बयान के साथ उनकी तारीफ भी की थी, उसको नजरअंदाज क्यों किया गया? मैंने कहा था कि उनमें (ममता बनर्जी) अपने फैसलों को लागू करने की शक्ति है और उनके पास नजरिया भी है.
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Outgoing WB Governor KN Tripathi on his reported remark 'CM's appeasement policy affecting social harmony in state': It is misrepresentation of what I said. I had praised also, why is that part being ignored? I had said she has got vision and has power to implement her decisions pic.twitter.com/nP5HqOlajy
— ANI (@ANI) July 28, 2019
क्या था केएन त्रिपाठी बयान?
के एन त्रिपाठी ने कहा था कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर की तुष्टीकरण नीति से राज्य के सामाजिक सौहार्द पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है. उन्होंने कहा था कि ममता बनर्जी के पास फैसला लागू करने की शक्ति और विजन है लेकिन तुष्टिकरण की नीति का राज्य के सामाजिक सद्भाव पर विपरीत असर हो रहा है.
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उनकी इस टिप्पणी के बाद शनिवार को टीएमसी, माकपा और कांग्रेस ने भी उन पर निशाना साधा था. टीएमसी ने केएन त्रिपाठी पर निशाना साधते हुए उनसे पूछा था कि क्या यह ‘नंबर बढाने का प्रयास’ है. वहीं तृणमूल कांग्रेस के अलावा विपक्षी माकपा और कांग्रेस ने इसे गलत समय पर की गई टिप्पणी करार दिया.
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