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राजभवन में PM मोदी से मुलाकात के बाद CAA के विरोध में धरने पर बैठीं CM ममता बनर्जी

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बाद संशोधित नागरिकता कानून (CAA) और राष्ट्रीय नागरिक पंजी (NRC) के खिलाफ धरने पर बैठक गईं.

Updated on: 11 Jan 2020, 11:58 PM

कोलकाता:

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बाद संशोधित नागरिकता कानून (CAA) और राष्ट्रीय नागरिक पंजी (NRC) के खिलाफ तृणमूल कांग्रेस की छात्र इकाई की ओर से आयोजित धरना प्रदर्शन में शामिल हुईं. तृणमूल प्रमुख ममता बनर्जी ने राजभवन से कुछ मीटर की दूरी पर स्थित रानी रासमणि रोड पर प्रदर्शन कर रहे छात्रों का नेतृत्व किया. कुछ समय पहले राजभवन में उन्होंने प्रधानमंत्री से मुलाकात की थी.

धरने में बैठीं ममता बनर्जी ने कहा कि सीएए की अधिसूचना केवल कागज तक सीमित रहेगी और सरकार राज्य में इसे लागू नहीं करेगी. इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात के बाद तृणमूल प्रमुख ने बताया था कि उन्होंने प्रधानमंत्री से संशोधित नागरिकता कानून पर पुनर्विचार करने और सीएए, एनआरसी और राष्ट्रीय जनसंख्या पंजी (एनपीआर) को वापस लेने की मांग की.

पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra modi) पश्चिम बंगाल की दो दिन की यात्रा पर हैं. शनिवार को पीएम मोदी कोलकाता पहुंचे. इस दौरान पीएम मोदी से पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata banerjee) मुलाकत करने पहुंचीं. पीएम मोदी से मुलाकात के दौरान ममता बनर्जी ने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून (CAA)और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (NRC) के मुद्दे पर बात की. उन्होंने पीएम मोदी से कहा कि हम इस कानून के विरोध में हैं.

मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो पीएम मोदी ने ममता बनर्जी को जवाब देते हुए कहा कि वो यहां किसी अन्य कार्यक्रम में शामिल होने आए हैं. इस मुद्दे पर दिल्ली में बात होगी. इसके साथ ही पीएम मोदी ने उन्हें दिल्ली में आने का निमंत्रण भी दिया. रिपोर्ट्स की मानें तो ममता बनर्जी ने पीएम मोदी से कहा कि हम सीएए कानून के विरोध में हैं. पश्चिम बंगाल सीएए और एनआरसी को स्वीकार नहीं कर रहा है. उन्होंने आगे कहा कि यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि देश से किसी को निकाला नहीं जाएगा. सरकार को सीएए और एनआरसी पर विचार करना चाहिए.

पीएम मोदी से मिलने के बाद ममता बनर्जी ने पत्रकारों से कहा,'प्रधानमंत्री से बात करते हुए मैंने उनसे कहा कि हम सीएए, एनपीआर और एनआरसी के खिलाफ हैं. हम चाहते हैं कि सीएए और एनआरसी को वापस लिया जाए. साथ ही उन्होंने केंद्र से फंड की भी मांग की है.'