logo-image

केवल देसी गाय ही हमारी मां विदेशी गाय नहीं, BJP नेता का अटपटा बयान

उन्होंने आगे कहा, गाय हमारी माता है. हम गाय का दुध पीकर ही जिंदा रहते हैं. ऐसे में अगर कोई मेरी मां के साथ गलत व्यवहार करेगा तो उनके साथ वैसे ही पेश आउंगा जैसे मुझे आना चाहिए

Updated on: 05 Nov 2019, 11:14 AM

नई दिल्ली:

पश्चिम बंगाल के बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष सड़क किनारे खड़ी दुकानों पर गोमांस खाने वाले बुद्धिजीवियों के एक वर्ग पर हमला बोलकर चर्चा में आ गए हैं. सोमवार को बर्दवान में 'गोप अष्टमी कार्यक्रम' में दिए गए उनके बयान से विवाद खड़ा हो गया है. यहां उन्होंने कहा, 'शिक्षित समाज के कुछ लोग सड़क पर गोमांस खाते हैं. मैं उनसे कहता हूं कि वो कुत्ते का मांस भी खा लें, या फिर किसी अन्य जानवर का मांस खाले उनके स्वास्थ्य को कोई असर नहीं पड़ेगा लेकिन अपने घर पर. रास्ते पर खड़े होकर खाने की क्या वजह है.'उन्होंने 4 नवंहर को आयोजित एक कार्यक्रम में ये बात कही थी. 

उन्होंने आगे कहा, गाय हमारी माता है. हम गाय का दुध पीकर ही जिंदा रहते हैं. ऐसे में अगर कोई मेरी मां के साथ गलत व्यवहार करेगा तो उनके साथ वैसे ही पेश आउंगा जैसे मुझे आना चाहिए. उन्होंने कहा, भारत की पवित्र धरती पर गायों की हत्या और गोमांस खाना अपराध है.

इसके साथ ही उन्होंने कहा, देसी गाय के दूध में सोना होता है, इसलिए 'इसका दूध सुनहरा दिखता है.' मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उन्होंने इस दौरान देसी और विदेशी गायों में तुलना भी की. उन्होंने कहा, केवल देसी गाय ही हमारी मां होती हैं, न कि विदेसी. वे जो विदेशी पत्नियां लाए हैं, अब मुश्किल में हैं.

इससे पहले बीजेपी के एक नेता ने गाय का भी धर्म बता दिया था. उनका कहना था कि गाय मुस्लिम नहीं है. गाय का धर्म हिंदू है. इसलिए इनका अंतिम संस्कार हिंदू रीति रिवाज के अनुसार होना चाहिए. गाय को मरने पर दफनाना नहीं चाहिए, बल्कि जलाना चाहिए. रंजीत श्रीवास्तव ने आपत्ति जताते हुए कहा कि गाय माता का अंतिम संस्कार मुस्लिम पद्धति के अनुसार किया जा रहा है. उन्हें दफनाया जा रहा है. ऐसा करना गलत है. गाय माता हिंदू हैं इसलिए धर्म के अनुसार, इनका अंतिम संस्कार अग्नि को सुपुर्द करके ही किया जाना चाहिए.