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जंगली हाथियों ने मचाया हरिद्वार के कई गांवों में आतंक, 2 लोगों की मौत

उत्तराखंड के हरिद्वार में करीब आधा दर्जन गांवों में हाथियों ने आतंक मचा रखा है. झुंड से बिछड़े जंगली हाथी ने पंजहेड़ी और जियापोता गांव में 2 लोगों पर हमला कर दिया.

Updated on: 03 Nov 2019, 10:08 AM

हरिद्वार:

उत्तराखंड के हरिद्वार में करीब आधा दर्जन गांवों में हाथियों ने आतंक मचा रखा है. झुंड से बिछड़े जंगली हाथी ने पंजहेड़ी और जियापोता गांव में 2 लोगों पर हमला कर दिया. इस घटना में एक पुरुष की मौके पर और एक महिला की निजी अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई. गांव में हाथियों के आतंक से आक्रोशित लोगों में वन विभाग के खिलाफ बेहद गुस्सा नजर आया. स्थानीय ग्रामीणों ने वन विभाग की टीम और डीएफओ को बंधक बना लिया. मौके पर बीजेपी के दोनों स्थानीय विधायक हरिद्वार ग्रामीण स्वामी यतिस्वरानंद और लक्सर विधायक संजय गुप्ता भी पंहुच गए हैं. बड़ी मुश्किल के बाद वन विभाग की टीम और डीएफओ को छुड़ाया गया.

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दरअसल, 4 हाथियों का झुंड पिछले कई दिनों से इन गांवों में घूम रहा है. आज इनमें से एक हाथी को छोड़कर बाकी वापस जंगल में चले गई थे. वही आज दिनभर एक हाथी ने गांव में आतंक मचाए रखा. वन विभाग ने आज भी गांव में हाथी से सावधान रहने और घरों से बाहर नहीं निकलने को लेकर मुनादी भी करवाई थी, मगर वन विभाग भी हाथी को वापस जंगल में नहीं भेज सकता था. देर शाम से इस जंगली हाथी ने लोगों को अपना शिकार बनाना शुरू कर दिया.

डीएफओ आकाश वर्मा का कहना है कि जंगली हाथी के हमले में एक व्यक्ति सुरेंद्र चौहान पुत्र स्व बिशम्भर चौहान की मौके पर मौत हो गई और एक महिला घायल हो गई. गंभीर हालत में महिला को निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उपचार के दौरान महिला बबिता पत्नी अम्बरीष हलवाई की भी मौत हो गई. हाथी अभी भी गांव में ही घूम रहा है. हाथी के हमले में दो की मौत से गांव में मातम पसरा हुआ है. वहीं ग्रामीणों के द्वारा बंधक बनाए जाने से मुक्त हुए डीएफओ और वन कर्मी हाथी को जंगल में वापस भेजने की कावयाद में जुट गए हैं.

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डीएफओ आकाश वर्मा के मुताबिक, 2 मौतों से स्थानीय ग्रामीण आक्रोशित हो गए थे. स्थानीय ग्रामीणों की मांग थी कि हाथियों के आवागमन पर रोक लगाने के लिए कोई स्थाई समाधान निकाला जाना चाहिए. स्थाई समाधान निकालने के लिए ग्रामीणों को आश्वस्त किया गया है. इस दिशा में जो भी प्रभावी कदम होंगे, वह उठाए जाएंगे. जंगली हाथियों की रोकथाम के लिए कई काम होने हैं, जिसका प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा जाएगा और जल्द से जल्द इन कार्यों को पूरा करने की कोशिश की जाएगी. कुंभ में भी कई कार्यों के लिए प्रस्ताव भेजे गए हैं, इन प्रस्तावों से भी हाथियों की रोकथाम के लिए कार्य किए जाएंगे. गौरतलब है कि क्षेत्र में लगातार हाथी अपना आतंक मचाए रहते हैं. मगर वन विभाग इन हाथियों और अन्य जंगली जानवरों के आतंक से ग्रामीणों को निजात दिलाने में हमेशा ही नाकाम साबित होता है.

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