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हिमालय दिवस 2019ः सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने हिमालय और नदियों को बचाने पर दिया जोर

हर साल 9 सितंबर को उत्तराखंड हिमालय दिवस मनाता है. जिस दिन हिमालय और पर्यावरण को लेकर सरकार के स्तर पर कई कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं.

Updated on: 09 Sep 2019, 01:22 PM

देहरादून:

उत्तराखंड में आज हिमालय दिवस मनाया जा रहा है. मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भी हिमालय दिवस कार्यक्रम में भाग लिया इस दौरान पद्मश्री सम्मानित पर्यावरणविद् डॉ अनिल जोशी परमार्थ निकेतन ऋषिकेश के प्रमुख स्वामी चिदानंद मुनि भी मौजूद रहे. मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि प्रदेश में सरकार पॉलिथीन को पूर्णता प्रतिबंधित करने की ओर कार्यरत है. हिमालय बचे, नदियां बचें और प्रदूषण मुक्त पहाड़ हो इसकी और सरकार लगातार प्रयासरत है.

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हर साल 9 सितंबर को उत्तराखंड हिमालय दिवस मनाता है. जिस दिन हिमालय और पर्यावरण को लेकर सरकार के स्तर पर कई कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं और कई तरह के मंथन होते हैं बावजूद इसके हिमालय को कई तरह के खतरे नजर आ रहे हैं. नदियों ग्लेशियर्स पहाड़ बुग्याल सभी जगह लोगों का अतिक्रमण बढ़ता जा रहा है. हिमालय दिवस और पर्यावरण को लेकर प्रोफेसर डॉ अजय रावत का कहना है कि इसमें स्थानीय लोगों की सहभागिता को बढ़ाना होगा, तभी पर्यावरण का संरक्षण हो सकता है. हमारे कई कानून अंग्रेजों के जमाने के हैं, जो लोगों को पर्यावरण से दूर करते हैं और जंगलों का दुश्मन बनाते हैं.

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डॉ अजय रावत का कहना है कि सबसे ज्यादा बयानों को संरक्षित करने की जरूरत है, क्योंकि बुग्याल ही नदियों को रिचार्ज करते हैं. जमीन में पानी की मात्रा को बनाए रखते हैं और अगर बुग्याल ही खत्म हो जाएंगे तो पानी का बड़ा संकट आएगा. ग्लेशियर पिघल रहे हैं और ऐसे में जरूरी है कि सबसे पहले बुग्याल सुरक्षित रहें.

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