योगी के कैबिनेट मंत्री बोले-सावित्रीबाई फुले का इस्तीफा देना जायज, इस सरकार से कोई खुश नहीं
उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर के बगावती सुर आज गोरखपुर में भी देखने को मिले.
गोरखपुर:
उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर के बगावती सुर आज गोरखपुर में भी देखने को मिले. न्यूज़ स्टेट/ न्यूज़ नेशन से बात करते हुए ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि बीजेपी में जिस तरह से विधायकों मंत्रियों और कार्यकर्ताओं की उपेक्षा की जा रही है उसको देखकर सावित्रीबाई फुले का इस्तीफा देना जायज लगता है और उनकी बात में दम है. प्रदेश में तमाम ऐसे विधायक और बीजेपी के पदाधिकाऱी हैं जो अपनी बात मनवाने के लिए धरने पर बैठे हैं और अधिकारियों की खुशामद करने को मजबूर हैं.
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इस सरकार से कोई खुश नहीं है और यूपी में हाहाकार मचा है. इस सरकार में बातें ज्यादा हो रही है काम कुछ नहीं हो रहा है. ओमप्रकाश राजभर ने बुलंदशहरकी घटना पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह घटना पूरी तरह से हिंदूवादी संगठनों के द्वारा प्रायोजित थी और यह बात अब प्रदेश सरकार के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ही कह रहे हैं. बीजेपी, विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल और दूसरी हिंदूवादी संगठनों के लोगों द्वारा इस घटना को अंजाम दिया गया और इन को प्रश्रय बीजेपी दे रही है. अगर वहां पर दंगा हो जाता तो भारी संख्या में मुसलमान वहां पर पहले से मौजूद थे.
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यह पूरा मामला हिंदू मुसलमान हो जाता और हिन्दू के नाम पर वोट के सियासत शुरू हो जाती. ओमप्रकाश राजभर ने बीजेपी से सवाल पूछते हुए कहा कि जैसे हनुमान जी को दलित बता दिया वैसे भगवान विष्णु, भगवान शंकर और धरती पर अवतार लेने वाले दूसरे 26 देवी देवताओं के भी जाति को वह बता दें. जब मंदिर और मस्जिद का मामला सुप्रीम कोर्ट में है तो ऐसे में अयोध्या में धर्म सभा करके भावना भड़काने का काम इन्होंने किया है.
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ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि वो योगी जी को सलाह तो देते हैं लेकिन जब 46 लोग एक तरफ हो और वह अकेले तो ऐसे में कुछ नहीं होता.वह चिल्लाते रहते हैं कोई उनकी बात नहीं सुनता. गरीब जब अपने हक और अधिकार के लिए चिंतित होता है तो कोई न कोई शिगूफा छोड़ दिया जाता है और उनके दिमाग को डायवर्ट कर दिया जाता है. 2014 के चुनाव के बाद से अब तक कोई भी हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई की बात नहीं हुई थी लेकिन अब जब चुनाव 3 महीने रह गए हैं तो अब सारे मुद्दे खत्म हो गए और हिंदू मुसलमान मंदिर मस्जिद की बातें हो रही हैं.
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ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि लाखों मंदिरों में जो चढ़ावा चढ़ता है वह भगवान नहीं लेते हैं वह पुजारी महाराज लेते हैं. जिसकी जितनी आबादी है उसके हिसाब से अगर लोग मंदिर में पुजारी हो जाए तो कई लाख लोगों को रोजगार तुरंत मिल जाएगा. अगर गरीब और कमजोर यही लड़ाई लड़ लेते तो कई लाख लोगों को रोजगार मिल जाता. लोग मंदिर मस्जिद कि नहीं अब पुजारी बनने के लिए लड़ाई लड़े. ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि वह बीजेपी के साथ गठबंधन में है अगर बीजेपी रखेगी तो 2019 में भी गठबंधन में रहेंगे और अगर नहीं रखेगी तो नहीं रहेंगे. ओमप्रकाश राजभर ने सवाल उठाते हुए कहा कि यूपी के सरकारी स्कूलों में एक करोड़ से अधिक बच्चे पढ़ते हैं लेकिन इसमें से कोई भी बच्चा ना तो किसी अधिकारी का है और ना ही किसी नेता का है, सिर्फ गरीबों के बच्चे पढ़ते हैं. यही कारण के शिक्षा की गुणवत्ता काफी खराब है इस पर डिबेट करने के लिए किसी के पास समय नहीं है लेकिन मंदिर मस्जिद पर जरूर है. मंदिर और मस्जिद बनने से गरीबों के बच्चे कलेक्टर नहीं बन जाएंगे.
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