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प्रियंका गांधी ने योगी सरकार से EPF घोटाला मामले में पूछा सवाल, 2 साल तक क्यों चुप थे?

उत्तर प्रदेश विद्युत निगम के कर्मचारियों की भविष्य निधि का करीब 2600 करोड़ रुपया संकट का सामना कर रही डीएचएफएल में निवेश किए जाने का खुलासा हुआ है.

Updated on: 05 Nov 2019, 04:08 PM

नई दिल्ली:

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi Vadra) ने कथित ईपीएफ घोटाला (EPF scam) को लेकर मंगलवार को उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार पर निशाना साधा और पूछा कि किन-किन विभागों का पैसा डिफॉल्टर कंपनियों में लगा है. उत्तर प्रदेश विद्युत निगम के कर्मचारियों की भविष्य निधि का करीब 2600 करोड़ रुपया संकट का सामना कर रही डीएचएफएल में निवेश किए जाने का खुलासा हुआ है.

विपक्ष इस मामले में लगातार योगी आदित्यनाथ सरकार (Yogi Adityanath Government) पर निशाना साध रहा है. मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने डीएचएफएल (DHFL) में निवेश की सीबीआई (CBI) जांच कराने की सिफारिश की है.

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प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) ने एक ट्वीट में आरोप लगाया, ‘एक खबर के अनुसार बीजेपी सरकार बनने के बाद 24 मार्च 2017 को विद्युत निगम के कर्मियों का पैसा डिफॉल्टर कम्पनी डीएचएफएल में लगा.’

कांग्रेस महासचिव ने कहा, ‘सवाल ये है कि बीजेपी सरकार दो साल तक चुप क्यों बैठी रही? कर्मचारियों को ये बताइए कि उनकी गाढ़ी कमाई कैसे मिलेगी? और किन-किन विभागों का पैसा डिफॉल्टर कम्पनियों में लगा है ? सारी चीजें अभी सामने लाइए.

उन्होंने कहा कि जवाब तो देना ही होगा, मेहनत की गाढ़ी कमाई का सवाल है.

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बता दें कि 26 अरब के भविष्य निधि (पीएफ) घोटाले में यूपी पावर कारपोरेशन लिमिटेड (यूपीपीसीएल) के पूर्व एमडी एपी मिश्रा को गिरफ्तार कर लिया गया है. इस मामले की जांच यूपी पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) कर रही है. इससे पहले यूपीपीसीएल की एमडी और सचिव ऊर्जा अपर्णा यू को हटा दिया गया. उनकी जगह एम देवराज को जिम्मेदारी दी गई है.

(इनपुट भाषा)