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मिर्जापुर के मिड डे मील मामला: नमक के साथ रोटी वाला वीडियो बनाने वाले पत्रकार पर केस दर्ज

इस मामले में डीएम ने सख्ती दिखाते हुए शिक्षक को लापरवाही बरतने के आरोप में सस्पेंड कर दिया था.

Updated on: 02 Sep 2019, 06:24 PM

नई दिल्‍ली:

अभी पिछले महीनें उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर के प्राइमरी स्कूल में मिड डे मील को लेकर बड़ा खुलासा हुआ था जहां स्कूल के बच्चों को खाने में नमक रोटी परोसी गई थी. इस पूरे मामले में दो लोगों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ है. वहीं अब इस मामले में ये आरोप भी सामने आए हैं कि वीडियो बनाने वाले पत्रकार ने फर्जी तरीके से और बदनियति के साथ यह वीडियो बनाया था. इस वीडियो को बनाने में उस पत्रकार को उस गांव के प्रधान का भी सहयोग मिला था.

मामला उजागर होने के बाद पुलिस ने स्थानीय पत्रकार और गांव के राजकुमार पाल पर साजिश रचने और गलत साक्ष्य बनाकर वीडियो वायरल करने और प्राइमरी स्कूलों में मिडडे मील को लेकर सरकार की छवि धूमिल करने को लेकर आईपीसी की धारा 186,193,120B,420 के तहत मामला दर्ज किया है. शुरुआती जांच के मुताबिक जानबूझकर गलत मंशा से ये वीडियो बनाया गया, फिर इसे वायरल किया गया. जबकि स्कूल के मिड डे मील में पहले कभी गड़बड़ी नहीं पाई गई थी.

ये है पूरा मामला
सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में मिर्जापुर में हिनौता के प्राइमरी स्कूल में बच्चे मिड डे मील में नमक के साथ रोटी खाते दिखाई दिए थे. इस मामले में डीएम ने सख्ती दिखाते हुए शिक्षक को लापरवाही बरतने के आरोप में सस्पेंड कर दिया था. वहीं सुपरवाइजर से इस मामले में जवाब मांगा गया था. प्रशासन ने मामले में जांच के आदेश दिए हैं. बच्चों को इस तरह खाना परोसने का मामला ऐसे समय में आ रहा है जब योगी सरकार ने स्कूलों में मिड डे मील का मेन्यू पहले ही तय किया हुआ है. हाल ही में मानव संसाधन विकास मंत्रालय (MHRD) ने सरकारी स्कूलों को निर्देश जारी किया था और कहा था कि कक्षा 8वीं तक मिलने वाले दोपहर के भोजन में बगीचे में उगाई गई एक सब्जी या फल जरूर शामिल किया जाए. लेकिन उसके बाद भी ऐसी लापरवाही देखने को मिला है.