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इटावा सफारी में बनेगा UP का पहला लैपर्ड रेस्‍क्‍यू सेंटर, कवायद तेज

उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के इटावा सफारी पार्क में प्रदेश का पहला लैपर्ड रेस्क्यू सेंटर बनाने की कवायद तेज हो गई है.

Updated on: 17 Jan 2020, 11:32 AM

इटावा:

उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के इटावा सफारी पार्क में प्रदेश का पहला लैपर्ड रेस्क्यू सेंटर बनाने की कवायद तेज हो गई है. इसके लिए जमीन की तलाश और नक्शा तैयार हो चुका है. जिसकी डीपीआर भी शासन को भेजी जा चुकी है. संभावना है कि नए साल के पहले महीने में ही लैपर्ड (Leopard) रेस्क्यू सेंटर को हरी झंडी मिल सकती है. जिसके बाद कामकाज शुरू हो जाएगा. यहां रेस्क्यू करके लाए जाने वाले लैपर्ड का इलाज होगा और उनको सेहतमंद भी बनाया जाएगा. उत्तर प्रदेश में अभी तक एक भी लैपर्ड रेस्क्यू सेंटर नहीं है. 

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दरअसल, राज्य के कई हिस्सों के जंगलों में लैपर्ड की मौजूदगी से लोगों की परेशानी शिकायतें आ रही थी. उत्तर प्रदेश में लैपर्ड के लिए कोई जगह नहीं है. ऐसे में इन्हें पकड़कर कहां रखा जाए यह बड़ी समस्या सामने आई. जिसके बाद इटावा सफारी में लैपर्ड रेस्क्यू सेंटर बनाए जाने का फैसला लिया गया. इटावा सफारी पार्क के निदेशक वी.के. सिंह ने बताया कि मंजूरी मिलने के बाद तुरंत इसका काम शुरू हो जाएगा. 

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उन्होंने बताया कि यहां अभी कुल 5 सफारियां हैं. जिनमें लैपर्ड सफारी भी शामिल है. लेकिन अब रेस्क्यू करके लाए गए लैपर्क को रखने के लिए लैपर्ड रेस्क्यू सेंटर बनाया जाएगा. इसके लिए पूरा प्रोजेक्ट तैयार हो गया है. उन्होंने बताया कि फिलहाल 6 हेक्टेयर की जगह में इस सेंटर को बनाने की तैयारी है.

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सफारी में क्वारेन टाइन हाउस के पास खाली पड़ी जमीन पर यह सेंटर बनकर तैयार होगा. बता दें कि इटावा सफारी में क्वारेन टाइन हाउस बहुत ही महत्वपूर्ण है, क्योंकि जो वन्यजीव बाहर से यहां लाए जाते हैं, वो तीन हफ्ते तक सबसे पहले क्वारेन टाइन हाउस में ही रखे जाते हैं. उन वन्यजीव को यहां के माहौल के अभ्यस्त होने वाले सफारी में छोड़ दिया जाता है.