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देर रात में महिलाओं को घर तक छोड़ेगी UP पुलिस!

हैदराबाद गैंगरेप और उत्तर प्रदेश में रेप की घटनाओं के बाद पूरे देश में आक्रोश देखने को मिला है. महिला सुरक्षा के मामले पर अपनी किरकिरी कराने वाली यूपी पुलिस ने साख वापस लाने का फैसला किया है.

Updated on: 09 Dec 2019, 03:13 PM

लखनऊ:

हैदराबाद गैंगरेप और उत्तर प्रदेश में रेप की घटनाओं के बाद पूरे देश में आक्रोश देखने को मिला है. महिला सुरक्षा के मामले पर अपनी किरकिरी कराने वाली यूपी पुलिस ने साख वापस लाने का फैसला किया है. रेप की घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस ने तैयारी शुरु कर दी है. जानकारी के मुताबिक डीजीपी मुख्यालय में प्लान तैयार किया जा रहा है. इसमें माना जा रहा है कि देर रात सफर करने वाली महिलाओं को पुलिस घर तक छोड़ेगी. बताया जा रहा है कि 112 नंबर पर कॉल करने पर महिलाओं को यह सुविधा दी जाएगी.

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इसके जरिए 112 की पीआरवी में महिला सिपाहियों की सहायता से महिलाओं को उनके घर तक भिजवाया जाएगा. जानकारी के मुताबिक डीजीपी मुख्यालय पर प्रदेश के डीजीपी ओपी सिंह ने डायल 112 सेववा के एडीजी असीम अरुण के साथ मीटिंग की. जानकारी के मुताबिक पीआरवी में एक महिला पुलिसकर्मी की तैनाती भी होगी.

यूपी में खुलेंगे 218 फास्ट ट्रैक कोर्ट

उत्तर प्रदेश मंत्रिमंडल (Uttar Pradesh Cabinet Meeting) ने महिलाओं और बच्चों के खिलाफ बढ़ते अपराधों के मामलों की त्वरित सुनवाई के लिए 218 त्वरित अदालतों (218 Fast Track Court) के गठन का निर्णय लिया है. प्रदेश के कानून मंत्री बृजेश पाठक (Brijesh Pathak) ने सोमवार को मंत्रिमंडल की बैठक (Cabinet Meeting) के बाद संवाददाताओं को बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने महिलाओं के साथ हो रहे अपराधों पर चिंता जाहिर की है.