logo-image

भारत के प्रति दुश्मनों जैसी भाषा बोलने वाले गंगा यात्रा का महत्व नहीं समझेंगेः आदित्यनाथ

भारत की परंपरा पुरुषार्थ पर विश्वास करती है और अगर धर्म उसका आधार है तो अर्थ उसकी दूसरी श्रेणी में आता है

Updated on: 29 Jan 2020, 10:52 PM

प्रयागराज:

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को गंगा यात्रा में शामिल होने के बाद यहां एक जनसभा में विपक्षी समाजवादी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि भारत के प्रति जिनकी भाषा दुश्मनों जैसी है, वे गंगा यात्रा का महत्व नहीं समझ पाएंगे. उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव द्वारा गंगा यात्रा का मजाक उड़ाए जाने पर योगी आदित्यनाथ ने कहा, भारत की परंपरा पुरुषार्थ पर विश्वास करती है और अगर धर्म उसका आधार है तो अर्थ उसकी दूसरी श्रेणी में आता है. इसके बाद ही कामनाओं की सिद्धि होती है और तभी व्यक्ति को मोक्ष भी मिलता है. 

मुख्यमंत्री ने कहा, जिन्हें भारत की परंपरा, संस्कृति का ज्ञान नहीं, जिन्होंने देश की कीमत पर राजनीति की हो, जिन्होंने गरीबों को उनकी सुविधाओं से वंचित किया हो, उन लोगों से यह उम्मीद नहीं की जा सकती कि वे गंगा के अर्थ को समझ पाएंगे, भारत की सांस्कृतिक विरासत के बारे में कुछ जान पाएंगे. उन्होंने सपा के शासनकाल में 2013 में प्रयाग में हुए कुम्भ का 2019 के कुम्भ से तुलना करते हुए कहा कि 2013 में कुम्भ के आयोजन पर सरकार ने हजारों करोड़ रुपये खर्च किए और कुल 12 करोड़ श्रद्धालु आए थे. वहीं, 2019 का कुम्भ स्वच्छता, सुरक्षा और भीड़ प्रबंधन के मामले में दुनिया का अनूठा आयोजन बन गया.

यह भी पढ़ें-राष्ट्रीय स्तर पर किसानों का कर्ज माफ हो, न्यूनतम आय गारंटी सुनिश्चित की जाए: कांग्रेस

सभा में प्रदेश के कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा, प्रयागराज आते समय अखबार में अखिलेश यादव की खबर पढ़ी जिसमें उन्होंने कहा है कि जो नमामि गंगे परियोजना है, वह प्रधानमंत्री जी की नौटंकी है और योगी जी की गंगा यात्रा, गंगा मइया का अपमान है क्योंकि इसे अर्थ गंगा बोला जा रहा है. उन्होंने कहा, जिसे गंगा मइया को लेकर धार्मिक, आध्यात्मिक और आर्थिक समझ ना हो, वह विनाश काले विपरीत बुद्धि वाली बात करते हैं. इसलिए मैं भाई महेंद्र सिंह (प्रदेश के जल शक्ति मंत्री) से कहूंगा कि वह अखिलेश यादव को निमंत्रण देकर 31 जनवरी को कानपुर आमंत्रित करें जहां अखिलेश जी को स्वच्छता देखने और सेल्फी लेने का आनंद मिलेगा.

यह भी पढ़ें- Exclusive Interview : CM योगी ने सीएए सहित कई ज्वलंत मुद्दों पर रखी बेबाक राय

सभा को संबोधित करते हुए केंद्रीय राज्यमंत्री रतन लाल कटारिया ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार ने नमामि गंगे के लिए 28,000 करोड़ रुपये की परियोजना बनाई जिसमें योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में 10,500 करोड़ रुपये की परियोजना पर काम चल रहा है. इस गंगा यात्रा के जरिए लोगों के बीच जागरूकता का संदेश जाएगा. कार्यक्रम में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, प्रदेश के जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह, पर्यटन मंत्री नीलकंठ तिवारी, मंत्री नंद गोपाल गुप्ता, मंत्री मोती सिंह, प्रयागराज की सांसद रीता बहुगुणा जोशी, फूलपुर की सांसद केसरीदेवी पटेल, कौशांबी के सांसद विनोद सोनकर शामिल थे.