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पूर्व उप राष्ट्रपति की पत्नी सलमा अंसारी के बयान पर बोले उलेमा, 'मदरसे में नहीं बन सकता मंदिर'

पूर्व उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी की पत्नी सलमा अंसारी के मदरसे में मंदिर बनवाने की बात पर उलमा ने कड़ी निंदा की है. साथ ही इसे दोहरी और गंदी राजनीतिक बताया है.

Updated on: 15 Jul 2019, 07:08 PM

highlights

  • पूर्व उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी की पत्नी सलमा ने कही थी मदरसे में मंदिर की बात
  • बच्चों को बाहर न जाने पड़े इस लिए कैंपस में ही मंदिर बनाया जाए
  • सलमा ने कहा था कि उन्हें कट्टरपंथियों की चिंता नहीं है

सहारनपुर:

पूर्व उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी की पत्नी सलमा अंसारी के मदरसे में मंदिर बनवाने की बात पर उलमा ने कड़ी निंदा की है. साथ ही इसे दोहरी और गंदी राजनीतिक बताया है. इसको मुनाफ़िक इन्सान की अलामत बताया है.

जमीयत दावतुल मुसलीमीन के संरक्षक व प्रसिद्ध आलिम मौलाना क़ारी इसहाक़ गोरा ने कहा कि सलमा अंसारी का बयान दुरुस्त नहीं है, इस्लाम मैं बुत परस्ती व उसकी पूजा करना कहीं से भी जायज नहीं है. बल्कि हराम है. सलमा को ऐसी दोहरी राजनीतिक से बाज़ आना चाहिए.

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गोरा ने कहा कि यह हक़ीक़त है कि हिंदुस्तान लोकतांत्रिक मुल्क है. यहां सभी धर्म को मनने वाले लोग रहते हैं. हमें ऐसी मिसालें बनानी चाहिएँ जिससे भाई चारे को एक अच्छा संदेश पहुँचे. लेकिन इस बात का ख़्याल रखना चाहिए कि वह मिसालें ऐसी नहीं होनी चाहिए जिससे किसी के मज़हब पर आँच आए.

या ख़ुद के धर्म के खिलाफ हो. सलमा अंसारी को अपना बयान वापस लेकर जनता से माफ़ी मँगनी चाहिए. गंदी राजनीतिक से तौबा कर देश की तरक़्क़ी के लिए अच्छे क़दम उठाने चाहिए.

कट्टरपंथियों की चिंता नहीं

सलमा अल नूर चैरिटेबल सोसइटी के तहत बने एक मदरसे में जल्द ही मंदिर बनवाने जा रही हैं. जिससे वहां पढ़ने आने वाले हिंदू बच्चे भगवान का आशीर्वाद ले सके. सलमा ने बताया था कि उनके मदरसा चाचा नेहरू में मंदिर और मस्जिद दोनों का निर्माण होगा.

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उनके पंसदीदा भगवान हनुमान और शिवजी है इसलिए इस मंदिर में उनकी ही मूर्तियां स्थापिता की जाएंगी. उन्होंने ये भी कहा, 'बच्चों की सुरक्षा को देखते हुए ये फैसला किया गया. उन्हें इबादत के लिए मदरसे से बाहर न जाना पड़े इसलिए मंदिर-मस्जिद बनाने का फैसला किया गया है.

ये दो महीने में बनकर तैयार हो जाएगा.' इसके साथ ही उन्होंने बताया कि मदरसे में सुरक्षा के मद्देनजर मेटल डिटेक्टर लगाए जाएंगे, जिससे गुजरकर बच्चे आएंग-जाएंगे. मदरसे में मंदिर बनाने को लेकर कट्टरपंथियों के आपत्ति के सवाल पर सलमा ने कहा, 'मैं ऐसे लोगों की चिंता नहीं करती हूं.

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एक बार एएमयू के एक शिक्षक उन्हें ये जरूर कहने आए थे कि आप एक मुस्लिम बच्चे को राम क्यों बना रही है.' देश में बढ़ते मॉब लिंचिग को लेकर उन्होंने कहा, 'लोग इंसानियत भूलते जा रहे हैं फिर चाहे वो किसी भी धर्म के हो.'