logo-image

राम मंदिर कार्यशाला में पत्थर तराशने के काम में आई तेजी

अयोध्या में मंदिर निर्माण का रास्ता साफ होने के बाद अयोध्या के रामसेवक पुरम में मूर्ति बनाने का काम भी तेज हो गया है. प्रस्तावित राम मंदिर में रामकथा कुंज बनाया जाना है.

Updated on: 10 Nov 2019, 01:11 PM

अयोध्या:

अयोध्या में मंदिर निर्माण का रास्ता साफ होने के बाद अयोध्या के रामसेवक पुरम में मूर्ति बनाने का काम भी तेज हो गया है. प्रस्तावित राम मंदिर में रामकथा कुंज बनाया जाना है. रामकथा कुंज में स्थापित करने के लिए पिछले कई सालों से रामसेवकपुरम के कार्यशाला में मूर्ति निर्माण का काम चल रहा है. अपने पिता के साथ मूर्ति निर्माण का काम करने वाले रंजीत मंडल का कहना है कि विहिप की तरफ से उन्हें मूर्ति निर्माण के कार्य में तेजी लाने को कहा गया है. मंदिर के लिए खंबे और छत का कारीगरी का काम जल्दी पूरा हो सके इसके लिए और कारीगर बुलाने की योजना भी बन रही है.

यह भी पढ़ें- उत्तराखंड: गढ़वाल से बीजेपी सांसद तीरथ सिंह रावत की गाड़ी पलटी

आपको बता दें कि शनिवार को सुप्रीम कोर्ट के पांच जजों की संविधान पीठ ने 2.77 एकड़ जमीन रामलला को सौंपने के पक्ष में फैसला सुनाया. चीफ जस्टिस रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली इस बेंच में जस्टिस एस.ए. बोबडे, जस्टिस डी.वाई. चंद्रचूड, जस्टिस अशोक भूषण और जस्टिस एस अब्दुल नजीर शामिल हैं.

यह भी पढ़ें- AyodhyaVerdict:रामजन्‍म भूमि पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद ऐसा था अयोध्‍या का मिजाज 

इस मामले पर फैसला सुनाते हुए चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने कहा कि इस बात के सबूत मिले हैं कि भगवान राम विवादित स्थल पर जन्मे थे. कोर्ट ने यह भी माना कि मस्जिद के नीचे पहले से एक ढांचा मौजूद था. मस्जिद के नीचे मौजूद अवशेष इस्लामिक नहीं था.

आपत्तिजनक पोस्ट करने वाला गिरफ्तार

अयोध्या मामले (Ayodhya Case) में उच्चतम न्यायालय (Supreme Court) के फैसले को लेकर सोशल मीडिया पर ‘आपत्तिजनक’ संदेश पोस्ट करने वाले एक व्यक्ति को यहां गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी. पुलिस अधीक्षक विजय कुमार पांडे ने बताया कि यह गिरफ्तारी शनिवार शाम की गई.

यह भी पढ़ें- सुप्रीम कोर्ट के निर्णय को सीएम योगी ने बताया 'एक भारत श्रेष्ठ भारत' का फैसला

एसपी ने कहा कि दर्ज की गई प्राथमिकी के मुताबिक व्यक्ति ने फैसले के बाद एक खास समुदाय को लेकर टिप्पणी की थी. उच्चतम न्यायालय ने शनिवार को अयोध्या मामले में दिये गए ऐतिहासिक फैसले में कहा था कि विवादित 2.77 एकड़ जमीन राम लला की है. अदालत ने इसके साथ ही मस्जिद के लिये अयोध्या में ही पांच एकड़ जमीन दिए जाने का भी आदेश दिया था.