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सपा-रालोद गठबंधन को झटका, इन दो सीटों पर उम्मीदवारों के नामांकन रद्द

उत्तर प्रदेश की दो विधानसभा सीटों पर उपचुनाव में सपा और रालोद-सपा गठबंधन के उम्मीदवारों के नामांकन बुधवार को रद्द कर दिए गए.

Updated on: 02 Oct 2019, 07:58 AM

मऊ/अलीगढ़:

मऊ की घोसी और अलीगढ़ की इगलास विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव में सपा और रालोद-सपा गठबंधन की उम्मीदवारों के नामांकन बुधवार को रद्द कर दिए गए. मऊ से प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक, घोसी सीट से सपा प्रत्याशी सुधाकर सिंह का नामांकन पत्र फार्म 'ए' और 'बी' में जरूरी औपचारिकता पूरी नहीं होने के कारण रिटर्निंग अधिकारी विजय मिश्र ने रद्द कर दिया. मिश्र ने बताया कि सुधाकर की तरफ से निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर भी नामाकंन पत्र दाखिल किया गया था जो सही है. 

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इस बीच, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि निर्दलीय होने के बावजूद सुधाकर सिंह ही पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी होंगे. अखिलेश ने घोसी क्षेत्र के मतदाताओं से सिंह को विजयी बनाने की अपील की है. सपा प्रत्याशी का नामाकंन पत्र खारिज होने से नाराज सपा कार्यकर्ताओं और नेताओं ने कलेक्ट्रेट परिसर में प्रदेश की भाजपा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. अपना नामांकन खारिज होने पर सुधाकर ने कहा कि सत्ताधारी पार्टी ने अपनी संभावित हार के डर से उनका पर्चा खारिज कराया है.

इसके अलावा अलीगढ़ की इगलास विधानसभा सीट के उपचुनाव के लिये सपा-रालोद गठबंधन प्रत्याशी सुमन दिवाकर का पर्चा रद्द हो गया. चुनाव अधिकारी अंजनी कुमार ने बताया कि प्रत्याशी निर्धारित समय में अपना जाति प्रमाण पत्र और फार्म बी जमा नहीं कर पाईं, इसलिए उनका नामांकन पत्र रद्द कर दिया गया. पर्चा खारिज होने से निराश सुमन ने कहा कि उन्हें नामांकन दाखिल करने के लिये पर्याप्त समय नहीं दिया गया. उनका कहना है कि वह चुनाव अधिकारी के कार्यालय में सोमवार को ढाई बजे सभी कागजात लेकर पहुंच गई थीं. उनसे बाहर इंतजार करने को कहा गया. इसके बाद वह 2 बजकर 50 मिनट पर कार्यालय के अंदर पहुंच गईं, जबकि नामांकन का अंतिम समय 3 बजे था.

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उन्होंने कहा कि उनके साथ जो व्यक्ति फॉर्म ‘बी’ लिए हुए था, उसे साजिशन तीन बजे तक कार्यालय में नहीं घुसने दिया गया. राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश अध्यक्ष मसूद अहमद ने कहा कि इस तरह की जोड़तोड़ करना देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था के लिये खतरे का संकेत है. उन्होंने कहा कि पार्टी सभी कानूनी पहलुओं पर विचार कर रही है. पार्टी कार्यकर्ताओं ने जिला प्रशासन के खिलाफ नामांकन रद्द करने को लेकर नारेबाजी की और प्रदर्शन किया. बता दें कि प्रदेश की 11 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव 21 अक्टूबर को होना है. सोमवार को नामांकन की आखिरी तारीख थी.