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यूपी: देवरिया के बाद अब हरदोई में भी बालिका गृह के नाम पर अवैध धंधा चलाने का मामला आया सामने, 19 महिलाएं गायब

प्रशासन बता रही है कि उक्त स्वाधार गृह नाम से चलाया जा रहा यह आश्रम फर्जी तरीके से संचालित किया जा रहा था और रजिस्टर में नाम भी ग़लत दर्ज कराए गए थे।

Updated on: 08 Aug 2018, 03:25 PM

नई दिल्ली:

उत्तर प्रदेश के देवरिया बालिका गृह के बाद अब हरदोई में भी मुजफ्फरपुर बालिका गृह जैसा कांड सामने आया है। बताया जा रहा है कि यहां के एक एनजीओ द्वारा निराश्रित महिलाओं के लिए संचालित स्वाधार गृह में 21 में से 19 महिलाएं गायब है। जांच के दौरान केवल दो महिलाएं ही बालिका गृह में मिली है। प्रशासन बता रही है कि उक्त स्वाधार गृह नाम से चलाया जा रहा यह आश्रम फर्जी तरीके से संचालित किया जा रहा था और रजिस्टर में नाम भी ग़लत दर्ज कराए गए थे। जब भी जांच होती थी स्थानीय महिलाओं को स्वाधार गृह की महिलाओं के तौर पर पेश कर दिया जाता था।

न्यूज़ एजेंसी एएनआई से डीएम पुलकित खरे ने कहा, 'अनुदान पाने के लिए रजिस्टर में फर्जी नाम लिखे गए थे। जांच के दौरान स्थानीय महिलाओं को शेल्टर होम की महिला के तौर पर खड़ा कर दिया गया।'

ज़ाहिर है देवरिया मामले के खुलासे के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य के सभी जिला अधिकारियों को निर्देश दिया था कि वे अपने जिले में आश्रय गृहों की जांच करें।

बता दें कि देवरिया मामले का खुलासा तब हुआ जब सोमवार की सुबह एक लड़की किसी तरह से भागकर थाने पहुंची। वहां पहुंचकर लड़की ने जब अपनी आपबीती सुनाई तो वहां मौजूद सभी लोग चौंक गए।

लड़की के बायन के बाद मां विन्ध्यवासिनी महिला प्रशिक्षण एवं सामाजिक सेवा संस्थान पर छापेमारी की गई जिसमें 42 लड़कियों में से 24 लड़कियों को छुड़ाया गया। संस्था की संचालिका, उसके पति और बेटे को इस मामले में गिरफ्तार कर लिया गया है।

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जांच के दौरान अनियमितता पाए जाने के बाद साल 2017 में ही इस संस्था का लाइसेंस रद्द कर दिया गया था। मां विन्ध्यवासिनी महिला प्रशिक्षण एवं सामाजिक सेवा संस्थान के नाम से चल रहे इस शेल्टर में अनियमितताओं के कारण इसका आर्थिक अनुदान रोक दिया गया था।