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सपा नेता के भाई का था ट्रक या नहीं, जानिए इस सवाल का अखिलेश यादव ने क्‍या जवाब दिया

उन्नाव रेप कांड की पीड़िता के एक्सीडेंट के बाद मंगलवार को समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ट्रामा सेंटर पहुंचे. यहां उन्होंने पीड़ित परिवार परिजनों से मुलाकात की.

Updated on: 30 Jul 2019, 12:39 PM

highlights

  • अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी सरकार मुद्दे को भटकाना चाहती है
  • ट्रामा सेंटर में पीड़ितों से अखिलेश यादव ने की मुलाकात
  • धरने पर बैठे पीड़िता के परिजन, घर की महिलाएं

लखनऊ:

उन्नाव रेप कांड की पीड़िता के एक्सीडेंट के बाद मंगलवार को समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ट्रामा सेंटर पहुंचे. यहां उन्होंने पीड़ित परिवार परिजनों से मुलाकात की. साथ ही उन्होंने पीड़िता का हाल जाना. ट्रामा सेंटर से निकलने के बाद अखिलेश यादव ने मीडिया के सवालों का जवाब दिया.

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यह पूछे जाने पर कि ट्रक का मालिक समाजवादी पार्टी के नेता का भाई बताया जा रहा है इसमे कितनी सच्चाई है. इस पर अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी मुद्दे को भटकाना चाहती है. अखिलेश यादव ने सीधे तौर पर यह आरोप लगाया कि जेल में बंद बीजेपी विधायक की पुलिस सहायता कर रही है.

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उन्होंने कहा कि लगातार इस मामले में पुलिस गलत बयानबाजी कर रही है. पुलिस सत्ता में बैठे लोगों की भाषा में बात कर रही है. उन्होंने कहा कि पीड़ित परिवार को न्याय मिलना चाहिए जो सरकार नहीं दे रही है. पीड़िता के चाचा महेश सिंह को पैरोल मिलनी चाहिए.

सपा नेता के भाई का बताया जा रहा ट्रक

उन्नाव रेप पीड़िता के साथ हुए सड़क हादसे में एक के बाद एक नया खुलासा हो रहा है. पुलिस का कहना है कि एक्सीडेंट करने वाला ट्रक समाजवादी पार्टी के नेता नंदू पाल के बड़े भाई देवेंद्र पाल का है. उन्नाव रेप पीड़िता के साथ हुए सड़क हादसे के बाद फतेहपुर के जेल रोड पर स्थित देवेंद्र पाल के मकान में ताला लगा है. देवेंद्र पाल ललौली थाना क्षेत्र के मुत्तोर गांव का रहने वाला है. पुलिस उसकी तलाश कर रही है.

धरने पर बैठा पीड़ित परिवार

उन्नाव रेप पीड़िता के एक्सीडेंट के मामले में परिजनों का रोष देखने को मिल रहा है. लखनऊ के ट्रामा सेंटर में जिंदगी और मौत से जूझ रही पीड़िता के परिजन अब धरने पर बैठ गए हैं. परिवार की महिलाएं छोटे छोटे बच्चों के साथ धरने पर बैठी हैं. परिजनों की मांग है कि जेल में बंद पीड़िता के चाचा को पैरोल दिया जाए.

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उनके ऊपर लगे सभी मुकदमे वापस लिए जाएं. पीड़ित परिवारों ने चेताया है कि अगर उनकी मांगें पूरी नहीं होती तो वो मृतकों का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे. समाजवादी पार्टी महिला मोर्चा की नेता नाहिद लारी और दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल भी पीड़ित परिवार के साथ ट्रॉमा सेंटर के बाहर धरने पर बैठीं.