भगवान शिव करेंगे महाकाल एक्सप्रेस में सफर, 64 नंबर की सीट हमेशा के लिए रिजर्व
काशी-महाकाल एक्स्प्रेस (kashi Mahakal Express) की एक सीट भगवान शिव के नाम पर हमेशा के लिए रिजर्व कर दी गई है. इस मिनी टेंपल में भगवान शिव की मूर्ति और तस्वीरें लगी हैं. महाकाल एक्सप्रेस के कोच नंबर B5 की सीट नंबर 64 को भगवान शिव के नाम पर रिजर्व कर दिया गया है.
वाराणसी:
स्टेशन पर धार्मिक स्थलों के बारे में आपने सुना होगा. लेकिन क्या आपने कभी ट्रेन के अंदर मंदिर (Temple In Train) के बारे में सुना है. लेकिन यह अब हकीकत हो गई है. काशी-महाकाल एक्स्प्रेस (Kashi Mahakal Express) की एक सीट भगवान शिव (Lord Shiva) के नाम पर हमेशा के लिए रिजर्व कर दी गई है. काशी-महाकाल एक्सप्रेस में बने इस मिनी टेंपल में भगवान शिव की मूर्ति और तस्वीरें लगी हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने रविवार को इस ट्रेन को हरी झंडी दिखाई थी. जिस कोच में मंदिर बनाया गया है उसकी तस्वीर भी सामने आ गई है. जानकारी के मुताबिक ट्रेन के कोच नंबर बी5 की सीट नंबर 64 को भगवान शिव के मंदिर के रूप में बनाया गया है. काशी-महाकाल एक्सप्रेस 20 फरवरी से शुरू होगी.
इस ट्रेन में मंदिर होने के साथ ही इसकी अन्य खूबियां भी हैं. जैसे काशी महाकाल एक्सप्रेस ऐसी पहली ट्रेन है जिसके हर कोच में सीसीटीवी कैमरा लगा है. IRCTC के चीफ रीजनल मैनेजर अश्विनी श्रीवास्तव का कहना है कि एक्सप्रेस के हर कोच में छह-छह सीसीटीवी कैमरे लगे हैं. इसके जरिए सुरक्षा की निगरानी की जाएगी. हर कोच में इसके लिए कंट्रोल बनाया गया है. महीने भर से ज्यादा के फुटेज डेटाबेस में सेव होंगे. इसके साथ ही इसमें यात्रा करने वाले हर यात्री का 10 लाख रुपये का बीमा होगा, जिसका प्रीमियम यात्री से नहीं लिया जाएगा.
ट्रेन में कई पैकेज
उज्जैन या इंदौर से आने वाले यात्रियों को 6,010 रुपये के एक रात व दो दिन के पैकेज में वाराणसी के घाट, काशी विश्वनाथ मंदिर, संकटमोचन मंदिर और दशाश्वमेघ घाट पर गंगा आरती का दर्शन कराया जाएगा. 10,050 रुपये प्रति यात्री के हिसाब से दो रात, तीन दिन का पैकेज वाराणसी के घाट, काशी विश्वनाथ मंदिर, संकट मोचन मंदिर और दशाश्वमेघ घाट पर गंगा आरती, सारनाथ, प्रयाग में संगम व हनुमान जी का दर्शन करवाया जाएगा.
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