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चुनार के किले में प्रियंका गांधी वाड्रा ने पुलिस हिरासत में रात गुजारी, सोनभद्र जाने की जिद पर अड़ीं, जानें 10 बड़ी बातें

डीएम अनुराग पटेल और एसपी अवधेश कुमार पाण्डेय ने चुनार किला पहुंचकर प्रियंका गांधी से वापस लौट जाने की अपील की पर उन्‍होंने नहीं माना. उन्होंने कहा कि हमें पीड़ितों से मिलवा दिया जाए तभी हम दिल्ली वापस जाएंगे.

Updated on: 20 Jul 2019, 10:57 AM

नई दिल्‍ली:

सोनभद्र के घोरावल तहसील के उभ्‍भा गांव में नरसंहार के बाद सियासी पारा चरम पर है. शुक्रवार को कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी सोनभद्र के लिए रवाना हुईं तो उन्‍हें हिरासत में ले लिया गया. हिरासत में प्रियंका गांधी और उनके साथ 10 कांग्रेसियों को चुनार के किले में रखा गया है. बताया जा रहा है कि प्रियंका गांधी सोनभद्र के उभ्‍भा गांव जाने की जिद पर अड़ी हुई हैं. प्रियंका का कहना है कि हमें तीन लोगों के साथ ही सोनभद्र जाने दिया जाए. हम धारा-144 का उल्‍लंघन नहीं करेंगे. प्रियंका गांधी ने केंद्र व प्रदेश सरकार पर लोकतंत्र की हत्या करने का आरोप लगाया. डीएम अनुराग पटेल और एसपी अवधेश कुमार पाण्डेय ने चुनार किला पहुंचकर प्रियंका गांधी से वापस लौट जाने की अपील की पर उन्‍होंने नहीं माना. उन्होंने कहा कि हमें पीड़ितों से मिलवा दिया जाए तभी हम दिल्ली वापस जाएंगे.

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क्‍या कहा प्रियंका गांधी ने
प्रियंका गांधी ने अपने टि्वटर अकाउंट पर ट्वीट करते हुए कहा- उप्र सरकार ने ADG वाराणसी बृजभूषण, वाराणसी कमिश्नर दीपक अग्रवाल, कमिश्नर मीरजापुर, DIG मीरजापुर को मुझे ये कहने के लिए भेजा कि मैं यहां से पीड़ित परिवारों से मिले बग़ैर चली जाऊं. सब एक घंटे से मेरे साथ बैठे हैं. न मुझे हिरासत में रखने का कोई आधार दिया है न कागज़ात दिए. प्रियंका गांधी ने कहा, मैंने इनसे मेरे वकीलों के मुताबिक मेरी गिरफ़्तारी हर तरह से गैर-क़ानूनी है. मुझे इन्होंने सरकार का संदेश दिया है कि मैं पीड़ित परिजनों से नहीं मिल सकती. मैंने यह स्पष्ट करते हुए कि मैं किसी धारा का उल्लंघन करने नहीं बल्कि पीड़ितों से मिलने आयी थी. मैंने सरकार के दूतों से कहा है कि बग़ैर मिले मैं यहाँ से वापस नहीं जाऊंगी.

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अब तृणमूल कांग्रेस अपना प्रतिनिधिमंडल भेजेगी
तृणमूल कांग्रेस ने सोनभद्र में अपना प्रतिनिधिमंडल भेजने की ऐसे समय घोषणा की है, जब शुक्रवार को कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को वहां जाने से रोककर हिरासत में ले लिया गया. तृणमूल कांग्रेस के सांसद डेरेक ओ'ब्रायन की अगुवाई में प्रतिनिधिदल शनिवार सुबह 9.15 बजे वाराणसी हवाई अड्डे पर पहुंचेगा और वहां से सड़क मार्ग से करीब तीन घंटे की दूरी तय कर सोनभद्र जिले के उभ्‍भा गांव जाएगा. प्रतिनिधिमंडल में सांसद सुनील मंडल, अबीर रंजन विश्वास और उमा सोरेन भी शामिल होंगे.

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सोनभद्र मामले की अब तक 10 बड़ी बातें
1. सोनभद्र के घोरावल तहसील के उभ्भा गांव में जमीनी विवाद में 10 लोगों की हत्या कर दी गई थी. पुलिस के मुताबिक, जमीन विवाद के चलते बुधवार को गोंड और गुर्जर समुदाय के लोग आपस में भिड़ गए थे. इसी खूनी झड़प में तीन महिलाओं समेत 10 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि अन्य 28 घायल हो गए थे. जिसमें से 21 पीड़ित पक्ष और 7 अभियुक्त पक्ष से हैं.

2. मृतकों आश्रितों को पूर्व में किए गए 5-5 लाख रुपये के मुआवजे के एलान के अलावा घायलों को 50-50 हजार रुपये को आर्थिक सहायता दी जा रही है.

3. थाना घोरावल में 28 नामजद और 50 अज्ञात के खिलाफ दर्ज किए गए. मुकदमे में मुख्य आरोपी ग्राम प्रधान यज्ञदत्त और उसके भाई धर्मेंद्र समेत अभी तक 29 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है.

4. कमिश्नर मिर्जापुर और एडीजी वाराणसी जोन की जांच रिपोर्ट में की गई सिफारिश के के आधार पर सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर एसडीएम घोरावल, सीओ घोरावल, इंस्पेक्टर थाना घोरावल, सब इंस्पेक्टर (बीट इंचार्ज) और बीट कांस्टेबल समेत पुलिस-प्रशासन के कुल 5 अधिकारी-कर्मचारियों को निलंबित किया गया है.

5. राजस्व भूलेखों में हुई अनियमितता की जांच के लिए अपर मुख्य सचिव राजस्व की अध्यक्षता में प्रमुख सचिव श्रम और कमिश्नर मिर्जापुर की 3 सदस्यीय जांच समिति बनाई गई है, जो अगले 10 दिन में अपनी रिपोर्ट शासन को सौंपेगी.

6. इस मामले पर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 17 जुलाई 2019 को सोनभद्र में एक दुखद घटना घटी, जिसमें 10 लोगों की मौत हुई. उसके बाद मैंने तुरंत कार्यवाई के निर्देश दिए. साथ दो सदस्यीय कमेटी का गठन कर 24 घंटे में रिपोर्ट मांगी थी. गुरुवार को रिपोर्ट मिली है.

7. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया कि इस मामले में 4 अधिकारियों को निलंबित करने का आदेश दिया है. जबकि 1955 से अब तक इस मामले की जांच करने और 10 दिनों में सरकार को एक रिपोर्ट देने के लिए एक 3 सदस्यीय समिति का गठन किया गया है.

8. आज पीड़ितों से मिलने जा रहीं प्रियंका गांधी को सोनभद्र जाने की इजाजत नहीं दी गई और उन्हें नारायणपुर में ही रोक लिया गया. जहां से बाद में उन्हें पुलिस ने हिरासत में ले लिया. इस पर प्रियंका गांधी ने कहा कि नहीं पता कि पुलिसवाले मुझे कहां ले जा रहे हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि वो कहीं भी जाने के लिए तैयार हैं.

9. प्रियंका गांधी वाड्रा सोनभद्र जाने पर अड़ी हुई हैं. उनका कहना है कि वे पीड़ितों से मिले बगैर नहीं जाएंगी. रात भर चुनार के किले में उन्‍हें हिरासत में रखा गया. इससे पहले कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने सोनभद्र में भूमि विवाद को लेकर हुई गोलीबारी में घायल हुए लोगों से मुलाकात की. बता दें कि घायलों का वाराणसी के अस्पताल में इलाज चल रहा है.

10. सोनभद्र जाते समय प्रियंका गांधी को चुनार में रोकने के बाद अब सपा के प्रतिनिधिमंडल को भी जिला प्रशासन द्वारा रोका गया है. सोनभद्र के कनाहरी प्राइमरी स्कूल में प्रतिनिधिमंडल के सभी सदस्यों को पुलिस द्वारा रोका गया. मौके पर भारी पुलिसबल तैनात है.