logo-image

प्रियंका गांधी का आरोप- महिला अधिकारी ने पकड़ा गला, पुलिस ने दी सफाई- बदसलूकी की बातें झूठी

लखनऊ में शनिवार को कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi) के काफिले को रोके जाने पर विवाद खड़ा हो गया है.

Updated on: 29 Dec 2019, 12:01 AM

नई दिल्‍ली:

लखनऊ में शनिवार को कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi) के काफिले को रोके जाने पर विवाद खड़ा हो गया है. हजरतगंज की सीए अर्चना सिंह ने इस मामले में कहा कि कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी ने पहले से तय रास्ते से न जाकर दूसरे रास्त पर पहुंच गईं. इसके बाद सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उनके काफिले को रोकना पड़ा.

यह भी पढ़ेंःस्थापना दिवस पर कांग्रेस ने NPR, NCR, CAA को लेकर भाजपा पर किया वार, जानें किसने क्या कहा

यूपी पुलिस की महिला अधिकारी अर्चना सिंह का कहना है कि सोशल मीडिया पर प्रियंका गांधी का गला पकड़ना और उन्हें गिराने जैसी कुछ भ्रामक बातें प्रसारित किया जा रहा है, जोकि पूरी तरह गलत और झूठी हैं. उन्होंने आगे कहा कि मैंने ईमानदारी से अपनी ड्यूटी को निभाया है. उन्होंने आगे कहा कि प्रियंका गांधी का लखनऊ में भ्रमण कार्यक्रम प्रस्तावित था, जिसमें मेरी ड्यूटी फ्लीट प्रभारी के रूप में लगाई गई थी.

अर्चना सिंह ने कहा, प्रियंका गांधी कांग्रेस प्रदेश पार्टी कार्यालय, मॉल एवन्यू से 23/2 कौल हाउस गोखले मार्ग के लिए निकलीं. इस दौरान 1090 चौराहे से निर्धारित मार्ग पर फ्लीट की गाड़ियां जा रही थीं. प्रियंका गांधी की गाड़ी निर्धारित मार्ग पर न जाकर लोहिया पथ की तरफ जाने लगी. उन्होंने कहा कि मैंने जानना चाहा कि वो कहां जा रही हैं. इस पर पार्टी के कार्यकर्ताओं ने जानकारी देने से मना कर दिया.

यह भी पढ़ेंःप्रियंका गांधी से बदसलूकी पर कांग्रेस की चेतावनी, कहा- यूपी में योगी का गुंडा राज नहीं चलेगा

महिला अधिकारी ने कहा, इसके बाद प्रियंका गांधी गाड़ी से उतर कर पैदल कार्यकर्ताओं के साथ चलने लगीं. उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर कुछ भ्रामक बातें (जैसे गला पकड़ना, गिराना आदि) प्रसारित किया जा रहा है, जोकि पूर्णता: असत्य है. मेरे द्वारा पूर्ण कर्तव्यनिष्ठा से अपनी ड्यूटी का निर्वहन किया गया.
हालांकि, कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने यूपी पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा, मुझे रोका गया, गला दबाकर पुलिस वाले ने रोका और धकेला. इसके बाद मैं गिर गई. मुझे लेडी पुलिस अधिकारी ने रोका था. इसके बाद मैं एक कार्यकर्ता के साथ स्कूटर पर बैठ कर गईं.