प्राइवेट ट्रेन तेजस एक्सप्रेस (Tejas Express) में छंटनी, 20 स्टाफ को बिना नोटिस नौकरी से निकाला
प्राइवेट नौकरी में हर वक्त नौकरी खोने का खतरा बना रहता है. भारतीय रेलवे की पहली प्राइवेट ट्रेन तेजस एक्सप्रेस में भी छंटनी का दौर देखने को मिल रहा है.
लखनऊ:
प्राइवेट नौकरी में हर वक्त नौकरी खोने का खतरा बना रहता है. भारतीय रेलवे की पहली प्राइवेट ट्रेन तेजस एक्सप्रेस (Tejas Express) में भी छंटनी का दौर देखने को मिल रहा है. अभी ठीक से दो महीने भी नहीं पूरे हुए थे कि 20 लोगों को अपनी नौकरी गंवानी पड़ी. तेजस एक्सप्रेस में यात्रियों को खाना परोसने और उनकी सहायता करने वाली 20 ट्रेन होस्टेस को नौकरी से निकाल दिया गया है.
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ट्रेन होस्टेस ने आरोप लगाया है कि कंपनी ने बिना किसी नोटिस के सेवा समाप्त कर दी. साथ ही 18 घंटे ड्यूटी कराने और सैलरी देर से मिलने की शिकायत भी इन्होंने दर्ज कराई थी. केबिन क्रू, अटेंडेंट, सहित कई पदों पर छटनी हुई है. दीपावली पर तेजस एक्सप्रेस में चार अतिरिक्त बोगियां लगने पर फर्म ने और अधिक ट्रेन होस्टेस की नियुक्ति कर दी थी.
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अब जब यात्रियों की संख्या कम हुई तो कंपनी ने उन्हें बाहर निकाल दिया. ट्रेन की मैनेजर अवंतिका सिंह ने शिकायत में कहा कि तेजस एक्सप्रेस सुबह 6:10 बजे रवाना होती है. इस वजह से 5 बजे ही उन्हें ड्यूटी पर आना पड़ता है. रात को ट्रेन की वापसी होने तक 18 घंटे की ड्यूटी हो जाती है. वहीं ट्रेन की एक अन्य होस्टेस ने बताया कि एक बार बीमारी के कारण उसे कानपुर के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
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लेकिन आराम करने के लिए उसे छुट्टी भी नहीं दी गई. वृंदावन फूड के एचआर हेड प्रदीप सिंह का कहना है कि यह सभी आरोप बेबुनियाद हैं. किसी को भी नोकरी से नहीं निकाला गया है. जब बोगियां बढ़ेंगी या दूसरी ट्रेन चलेगी तो सभी को वापस तैनात किया जाएगा.
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