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मायावती ने किया दिल्ली में संत रविदास मंदिर को तोड़ने का विरोध, मोदी और केजरीवाल सरकार पर लगाए आरोप

दिल्ली के तुगलकाबाद इलाके में संत रविदास मंदिर को ढहाने का विरोध शुरू हो गया है.

Updated on: 14 Aug 2019, 11:11 AM

नई दिल्ली:

दिल्ली के तुगलकाबाद इलाके में संत रविदास मंदिर को ढहाने का विरोध शुरू हो गया है. इस कार्रवाई पर पूरे देश में आपत्ति जताई जा रही है. बहुजन समाज पार्टी ने भी संत रविदास मंदिर को ढहाने का विरोध किया है. बसपा मुखिया मायावती ने केंद्र की मोदी सरकार और दिल्ली की केजरीवाल सरकार पर मिलीभगत से मंदिर को गिराने का आरोप लगाया है.

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मायावती ने केंद्र और दिल्ली सरकार पर निशाना साधते हुए बुधवार को ट्वीट कर कहा, 'दिल्ली के तुगलकाबाद क्षेत्र में बना संत रविदास मंदिर केंद्र और दिल्ली सरकार की मिलीभगत से गिरवाये जाने का बीएसपी ने सख्त विरोध किया. इससे इनकी आज भी हमारे संतों के प्रति हीन और जातिवादी मानसिकता साफ झलकती है.'

बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने एक अन्य ट्वीट में कहा, 'बीएसपी की मांग है कि इस मामले में ये दोनों सरकारें (केंद्र और दिल्ली सरकार) कोई बीच का रास्ता निकालकर अब अपने खर्चे से ही संत रविदास के मंदिर का पुननिर्माण करवाएं.'

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बता दें कि दिल्ली विकास प्राधिकरण यानी डीडीए ने शनिवार को तुगलकाबाद इलाके में बने संत रविदास मंदिर को गिरा दिया था. रविदास का यह लगभग 600 साल पुराना मंदिर था. डीडीए का कहना है कि गुरु रविदास जयंती समारोह समिति ने मंदिर को जंगल की जमीन पर बनाया था. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद भी इस जगह को खाली नहीं किया गया था. सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर इस जगह को मंदिर का ढांचा गिराकर खाली कराया गया है.

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