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टेरर फंडिग में चार लोग गिरफ्तार, UP के डीजीपी ओपी सिंह ने किया खुलासा

उत्तर प्रदेश के डीजीपी ओपी सिंह टेरर फंडिंग के मामले पर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे हैं.

Updated on: 11 Oct 2019, 02:59 PM

highlights

  • टेरर फंडिग में चार किए गए गिरफ्तार
  • नेपाल के रास्ते भेजे जा रहे थे पैसे
  • आरोपियों के पास से नेपाली और भारतीय मुद्रा मिली

लखनऊ:

विदेशों से अवैध धन मंगाकर आतंकी गतिविधियों में इस्तेमाल करने वाले चार युवक गिरफ्तार किए गए हैं. उत्तर प्रदेश के डीजीपी ओपी सिंह ने इसकी जानकारी दी.  देर रात लखीमपुर से एटीएस ने गिरफ्तारी की है. आरोपियों के पास से भारतीय और नेपाली मुद्रा मिली है. पिछले साल एटीएस ने मध्यप्रदेश के एक टेरर फंडिंग नेटवर्क का खुलासा किया था. बाद में उसी की जानकारी के तहत इस बार भी ATS को कामयाबी मिली है.

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डीजीपी ओपी सिंह ने बताया कि नेपाल के जनकपुर में एक बैंक के सिस्टम को हैक किया गया था. टेरर फंडिंग करने वाला गैंग पहले नेपाल के खाते में पैसा भेजता है. स्टार्टअप करने के लिए यह पैसा आता है. लेकिन वहां से इस रकम को गैंग टेरर फंडिंग में इस्तेमाल करता है. डीजीपी ने बताया कि इस गैंग के एक सदस्य मुमताज को यूपी और नेपाल पुलिस तलाश रही है. आरोपियों के मोबाईल डेटा को रिट्रीव किया जा रहा है.

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उन्होंने बताया कि नेपाल के रास्ते ये रकम आतंकी गतिविधियों में खर्च करने की योजना थी. लेकिन उससे पहले ही ATS ने इस गैंग को पकड़ लिया. नेपाल में भी गैंग के दो आरोपी पकड़े गए हैं. इस बारे में नेपाल पुलिस ने ही सूचना दी है. भारत सरकार दोनों आरोपियों को नेपाल से लाने की प्रक्रिया पर काम कर रही है.

बलात्कार के मामले में आई कमी

गृह विभाग के शासनादेश के बाद लाइसेंसी असलहों के कारतूस का हिसाब मांगा जा रहा है. उन्होंने कहा कि पॉक्सो के मामलों में हम कोर्ट में मजबूत पैरवी कर रहे हैं. औरैया,कानपुर और आगरा पुलिस ने पॉक्सो में अच्छी कार्रवाई की है. जिसके कारण पॉक्सो और बलात्कार के मामलों में कमी आई है. मुकदमों में फ़र्ज़ी नामजदगी न हो इस पर भी नज़र रखी जा रही है.