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कानपुर: यूपी पुलिस के कांस्टेबल की बात सुन कर आप थाने नहीं जाना चाहेंगे

कानपुर में छेड़खानी और शोहदों से परेशान पीड़िताओं के लिए लगता है यहां कि पुलिस ने बेशर्म फार्मूला ढूंढ लिया है. तभी तो अब थानों में कोई छेड़खानी से पीड़ित शिकायत दर्ज कराने पहुंचती है, तो रिपोर्ट लिखने वाली पुलिस उसके पहने हुए जेवर और कपड़े देखकर उसके चरित्र का मूल्यांकन करती है.

Updated on: 25 Jul 2019, 05:47 PM

highlights

  • छेड़खानी की शिकायत करने पहुंची थी पीड़िता
  • पुलिस कांस्टेबल ने शुरु कर दिया उसकी वेशभूषा पर टिप्पणी
  • प्रियंका वाड्रा गांधी के ट्वीट के बाद कांस्टेबल किया गया निलंबित

कानपुर:

कानपुर में छेड़खानी और शोहदों से परेशान पीड़िताओं के लिए लगता है यहां कि पुलिस ने बेशर्म फार्मूला ढूंढ लिया है. तभी तो अब थानों में कोई छेड़खानी से पीड़ित शिकायत दर्ज कराने पहुंचती है, तो रिपोर्ट लिखने वाली पुलिस उसके पहने हुए जेवर और कपड़े देखकर उसके चरित्र का मूल्यांकन करती है. अगर लड़की अंगूठी और कड़ा पहने होगी, तो पुलिस जान जायेगी कि वो ऐसी वैसी वाली लड़की है और उसकी एफआईआर लिखे बगैर उसको थाने से भगा देगी.

पूरा मामला नजीराबाद थाने से जुड़ा है. जहां थाने के अंदर छेड़छाड़ की शिकार पीड़िता से एफआईआर लिखने वाले थाने के कांस्टेबल मु़ंशी ने शर्मनाक बात की. कांस्टेबल ने लड़की के चरित्र पर सवाल उठाते हुए कहा कि पांच-पांच अंगूठी और कड़ा पहने हो, इसी से पता चलता है कि तुम क्या हो. हेड कांस्टेबल की शर्मनाक हरकत यहीं नहीं रूकी, उसने लड़की के कपड़े पर भी तंज कसे.

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इस बीच लड़की की मां ने जब ऐसी बातें करने से मना किया तो हेड कांस्टेबल ने उन्हें भी खरी खोटी सुनाई. इसके बाद लड़की की शिकायत को फाड़ दिया और अपने मनमाफिक एक तहरीर लिखवाई. दरअसल पीड़ित अपनी मां के साथ छेड़खानी की एफआईआर लिखवाने थाने आई थी. उसके साथ मोहल्ले के ही तीन लड़के मोहम्मद आशिक, अमर और विक्की ने छेड़खाड़ की थी.

जब उसने इसका विरोध किया तो तीनों उसको और उसके भाई को बुरी तरह मारा पीटा. वीडियो 21 जुलाई का है, जब दीवान और थाने की पुलिस ने लड़की की एफआईआर लिखे बगैर उसको भगा दिया था. लेकिन जब बुधवार को थाने में शिकायत लेकर पीड़िता पहुंची तो हेड कांस्टेबल उसके चरित्र पर सवाल उठाने लगे.

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थाने में हेड कांस्टेबल की पूरी हरकत मोबाइल में कैद हो गई और जैसे ही यह वीडियो वायरल हुआ, वैसी ही एक बार फिर से जिन कांधों पर ​न्याय दिलाने की जिम्मेदारी थी वह सवालों के घेरे में आ गए. मामले को लेकर पहले तो आलाधिकारियों ने प्रथम दृष्टया हेड कांस्टेबल को लाइन हाजिर कर खानापूर्ति कर ली.

इस मामले ने कुछ ही समय में राजनीतिक रंग ले लिया. पीड़िता के पक्ष में कांग्रेस पार्टी की उपाध्यक्ष प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर योगी सरकार को सवालों के घेरे में लिया. उन्होंने कहा कि 'एक तरफ उत्तर प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ अपराध कम नहीं हो रहे, दूसरी तरफ कानून के रखवालों का ये बर्ताव. महिलाओं को न्याय दिलाने की पहली सीढ़ी है उनकी बात सुनना.

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थाने में हेड कांस्टेबल की हरकत के सियासी रंग लेता देख जनपद के पुलिस अधिकारियों की होश फाख्ता हो गये. आनन—फानन लाइन हाजिर किये गये हेड कांस्टे​बल को गुरुवार को निलम्बित कर दिया गया. पुलिस अधीक्षक दक्षिण रवीना त्यागी ने इस प्रकरण को लेकर पुलिस लाइन में बताया कि शिकायत लेकर पहुंची युवती से चरित्र पर की जा रही टिप्पणी पर हेड कांस्टेबल तार बाबू को निलम्बित करते हुए विभागीय जांच की जा रही है.

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पीड़ित युवती के मामले में एसपी दक्षिण ने बताया कि पीड़ित युवती की शिकायत को लेकर क्षेत्राधिकारी नजीराबाद से जांच कराई गई. जिसमें सामने आया था कि पीड़ित युवती के भाईयों पर मारपीट का मुकदमा दर्ज हुआ था. जिसके बाद वह भी उनके खिलाफ छेड़छाड़ का मुकदमा दर्ज कराने पहुंची थी. फिलहाल सभी आरोपों की जांच कर उचित कार्रवाई की जा रही है.