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कमलेश तिवारी हत्याकांड: गुजरात ATS को मिली बड़ी कामयाबी, ऐसे पकड़े गए दोनों मुख्य आरोपी

हिन्दू समाज पार्टी के नेता कमलेश तिवारी (Kamlesh Tiwari) हत्याकांड में गुजरात एटीएम को बड़ी कामयाबी मिली है.

Updated on: 22 Oct 2019, 10:12 PM

नई दिल्ली:

हिन्दू समाज पार्टी के नेता कमलेश तिवारी (Kamlesh Tiwari) हत्याकांड में गुजरात एटीएम को बड़ी कामयाबी मिली है. गुजरात एटीएस ने गुजरात-राजस्थान सीमा पर श्यामलाजी के पास हत्याकांड के मुख्य आरोपी अश्फाक और मुईनुद्दीन को गिरफ्तार कर लिया है. बताया जा रहा है कि इन दोनों आरोपियों ने शुक्रवार को लखनऊ में कमलेश तिवारी की हत्या की थी. इस आरोपियों पर ढाई-ढाई लाख रुपये का इनाम भी था.

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मुख्य आरोपी अश्फाक और मुईनुद्दीन ने इस घटना को अंजाम दिया था. इन दोनों आरोपियों ने हत्या करने की बात कुबूल कर ली है. गुजरात एटीएस के डीआईजी हिमांशु शुक्ला ने बताया कि दो वांछित आरोपी अशफाक और मोइनुद्दीन पठान को शामलाजी के पास गुजरात-राजस्थान सीमा से गिरफ्तार किया गया है. गुजरात एटीएस को जानकारी मिली थी कि वे गुजरात में प्रवेश करने जा रहे हैं. इसी आधार पर हमने अपनी टीम को सीमा पर भेजा और उन्हें पकड़ लिया.

आरोपियों का कहना है कि उन्होंने इस वारदात को कमलेश तिवारी के मुहम्मद पैगम्बर को लेकर दिए गए बयान के बाद किया है. इससे पहले एजेंसियों के साथ काम कर रहे स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने इसी मामले में एक इनोवा कार जब्त की थी.

कमलेश के कातिलों ने लखीमपुर में पलिया से शाहजहांपुर तक जाने के लिए इनोवा को बुक किया था. कार के ड्राइवर को पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया गया है. सूत्रों का कहना है कि इनेवा के चालक ने खुलासा किया है कि कार को उसके मालिक के एक रिश्तेदार ने गुजरात से 5,000 रुपये में बुक किया था. माना गया है कि कातिल इसी कार से लखीमपुर से शाहजहांपुर गए, जहां सोमवार को एक सीसीटीवी कैमरे में उन्हें बस स्टेशन की तरफ पैदल जाते हुए देखा गया था.

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बता दें कि आरोपियों की गिरफ्तारी से पहले ATS ने सोमवार को दोनों की तलाश में कई होटलों, लॉज और मदरसों में छापेमारी की थी, लेकिन उन्हें नहीं पकड़ सकी. हालांकि, सभी आने-जाने वाले मार्गों पर अलर्ट जारी कर दिया गया था. दोनों कातिलों पर अलग-अलग 2.5 लाख रुपये का इनाम घोषित करने के अलावा पुलिस ने दोनों के स्केच भी जारी कर दिए थे. बता दें कि तिवारी की हत्या 18 अक्टूबर को लखनऊ में की गई थी.

इससे पहले कमलेश तिवारी हत्याकांड में पुलिस ने आरोपी मौलाना मोहसिन शेख (24), खुर्शीद अहमद पठान (23) और फैजान (21) को गिफ्तार किया है. बताया जा रहा है कि हत्यारों ने 2015 के भाषण के दौरान आपत्तिजनक टिप्पणी करने पर कमलेश तिवारी की हत्या की थी. मृतक के परिजनों का कहना है कि उन्हें 2016 में ही जान से मारने की धमकी मिली थी.