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घुसपैठिये कांग्रेस, सपा और ममता बनर्जी का वोट बैंक- वसीम रिजवी की खरी-खरी

शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिजवी ने एक बार फिर नागरिकता संशोधन कानून की पैरवी करते हुए भारतीय मुसलमानों को अफवाहों और फैलाए जा रहे भ्रम से दूर रहने की नसीहत दी है.

Updated on: 26 Dec 2019, 12:46 PM

highlights

  • भारतीय मुसलमानों को अफवाहों और फैलाए जा रहे भ्रम से दूर रहने की नसीहत.
  • हिंदुस्तानी मुसलमानों को एनआरसी से कोई खतरा नहीं है.
  • घुसपैठिए कांग्रेस समाजवादी पार्टी और ममता बनर्जी के वोट बैंक.

लखनऊ:

शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिजवी ने एक बार फिर नागरिकता संशोधन कानून की पैरवी करते हुए भारतीय मुसलमानों को अफवाहों और फैलाए जा रहे भ्रम से दूर रहने की नसीहत दी है. उन्होंने साफतौर पर कहा है कि हिंदुस्तानी मुसलमानों को एनआरसी से कोई खतरा नहीं है. इसके साथ ही उन्होंने कांग्रेस, समाजवादी पार्टी और तृणमूल कांग्रेस पर बड़ा हमला बोलते हुए कहा है कि एनआरसी हिंदुस्तान में लागू होना चाहिए. उन्होंने कहा कि वास्तव में घुसपैठिए कांग्रेस समाजवादी पार्टी और ममता बनर्जी के लिए वोट बैंक हैं, इसीलिए इस पर वितंडा रचा जा रहा है.

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शिया मुसलमानों को भी दी जाए नागरिकता
इसके पहले भी वसीम रिजवी ने नागरिकता संशोधन कानून का समर्थन किया था. हालांकि बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिजवी ने केंद्र सरकार को इस बाबत एक पत्र लिखकर मांग की थी कि इस कानून के दायरे में अफगानिस्तान और पाकिस्तान के शिया मुसलमानों को भी शामिल किया जाए. उनका कहना है कि नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी की व्यवस्था राष्ट्र की सुरक्षा के हित में हैं और नागरिकता संशोधन कानून में शिया मुसलमानों को भी शामिल किया जाना चाहिए, जो वहां धार्मिक उत्पीड़न का शिकार हो रहे हैं.

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अयोध्या फैसले पर भी दी थी नसीहत
इसके पहले अयोध्या पर आए सुप्रीम कोर्ट के ऐतिहासिक फैसले का भी शिया नेता ने स्वागत करते हुए पुनर्विचार याचिका दायर करने का विरोध किया था. उन्होंने साफतौर पर आरोप लगाया था कि पाकिस्तान से आने वाले पैसे से पुनर्विचार याचिका दायर कर देश का सांप्रदायिक सद्भाव और माहौल बिगाड़ने का प्रयास किया जा रहा है. उन्होंने फैसले के बाद ही कहा था कि अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट ने नपा-तुला फैसला दिया है. ऐसे में उस पर पुनर्विचार याचिका का कोई मतलब नहीं.