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एक महीने में स्कूल का आया 6,18,515,0163 रुपये बिजली बिल, घबराए प्रबंधक ने उठाया ये कदम

माना की उत्तर प्रदेश की बिजली के दाम बढ़ चुके हैं, मगर इतने भी नहीं बढ़े कि किसी बिल्डिंग का एक महीने का बिल अरबों रुपये आ जाए.

Updated on: 06 Sep 2019, 08:38 AM

वाराणसी:

उत्तर प्रदेश की योगी सरकार बिजली की दरें महंगी कर चुकी है. योगी ने घरेलू बिजली की दरों में 8 से 12 फीसदी तक की बढ़ोतरी की है. जबकि औद्योगिक इलाकों में बिजली की दरों में 5 से 10 फीसदी इजाफा किया है. मगर अपने विभाग में सुधार करती नहीं दिख रही है. बिजली विभाग के अधिकारियों की लापरवाही का आलम यह है कि उन्होंने एक बिल्डिंग का एक महीने का बिल अरबों रुपये भेज दिया है. भारी भरकम बिल की रसीद देख बिजली उपभोक्ता के पैरों तले जमीन खिसक गई.

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माना की उत्तर प्रदेश की बिजली के दाम बढ़ चुके हैं, मगर इतने भी नहीं बढ़े कि किसी बिल्डिंग का एक महीने का बिल अरबों रुपये आ जाए. लेकिन ये हकीकत है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में बिजली विभाग का यह बड़ा कारनामा देखने को मिला है. जहां एक बिल्डिंग का एक महीने का बिल 6,18,5150,163 (6 अरब 18 करोड़ 51 लाख 50 हजार 163) रुपये भेज दिया गया है. बिजली विभाग ने इतना भारी भरकम बिल वाराणसी के विनायका इलाके में स्थित ओ ग्रेव पब्लिक स्कूल को भेजा है.

अगस्त महीने का 6,18,5150,163 रुपये बिजली बिल देखकर स्कूल प्रबंधन के हाथ-पांव फूल गए हैं. स्कूल प्रबंधक योगेंद्र मिश्रा का कहना है कि उन पर पिछला कोई भी बिजली का बिल बाकी नहीं है, लेकिन अगस्त महीने का बिल 6,18,5150,163 रुपये भेजा गया है, जो ताज्जुब की बात है. बिल के साथ अपनी शिकायत लेकर स्कूल प्रशासन पहुंचा तो वहां अधिकारियों ने सॉफ्टवेयर से बिल गड़बड़ी बात स्वीकार करते हुए पल्ला झाड़ लिया.

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स्कूल प्रबंधक योगेंद्र मिश्रा ने बताया कि बिजली विभाग के अधिकारियों ने उन्हें सॉफ्टवेयर की गड़बड़ी बताकर वापस भेज दिया गया. लेकिन अब योगेंद्र मिश्रा बिल को सही करवाने के लिए विभाग के चक्कर लगा रहा है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो सकी है. वहीं दूसरी तरफ, बिजली विभाग के अधिकारी फिलहाल कुछ भी कैमरे के सामने बोलने से बच है. सिर्फ फोन पर जानकारी दे रहे है कि यह टैक्निकल समस्या है और जो भी दोषी होगा, उस पर कार्रवाई होगी.

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