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गौरव चंदेल हत्याकांड : गिरफ्तारी का श्रेय लेने को पुलिस व एसटीएफ में सिर-फुटव्वल

नोएडा के गौरव चंदेल सनसनीखेज हत्याकांड में रविवार को हापुड़ पुलिस ने एक शार्प-शूटर क्या दबोचा? गिरफ्तारी का श्रेय लेने के चक्कर में, हापुड़-नोएडा पुलिस और उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स यानी एसटीएफ की टीमों के बीच सिर फुटव्वल शुरू हो गई.

Updated on: 27 Jan 2020, 06:58 AM

हापुड़:

नोएडा के गौरव चंदेल सनसनीखेज हत्याकांड में रविवार को हापुड़ पुलिस ने एक शार्प-शूटर क्या दबोचा? गिरफ्तारी का श्रेय लेने के चक्कर में, हापुड़-नोएडा पुलिस और उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स यानी एसटीएफ की टीमों के बीच सिर फुटव्वल शुरू हो गई. मिर्ची गैंग के शार्प शूटर की गिरफ्तारी जैसी बड़ी खबर मीडिया को देने के लिए पुलिस अधीक्षक हापुड़ ने रविवार देर रात प्रेस-कांफ्रेंस बुलाने की तैयारियां शुरू कर दी थीं.

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रविवार रात करीब आठ बजे हापुड़ के पुलिस अधीक्षक संजीव सुमन प्रेस कांफ्रेंस करने वाले हैं. इसकी पुष्टि खुद आईएएनएस से हापुड़ पुलिस प्रवक्ता अजय चौधरी ने की थी. गौरव चंदेल हत्याकांड के खुलासे पर हापुड़ पुलिस रविवार रात में ही प्रेस कांफ्रेंस करने वाली है, यह पता चलते ही नोएडा पुलिस (जिसके बिसरख थाना इलाके में 6 जनवरी 2020 की रात गौरव चंदेल की हत्या कर दी गई) और यूपी पुलिस एसटीएफ की नोएडा यूनिट (घटना के कुछ दिन बाद जिसे गौरव हत्याकांड और लूट का खुलासा करने की उस वक्त मेरठ रेंज के आईजी रहे आलोक सिंह, जो अब गौतमबुद्ध नगर के पहले पुलिस कमिश्नर बन चुके हैं, के बीच सिर-फुटव्वल शुरू हो गई.

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सिर-फुटव्वल की प्रमुख वजह थी, गौरव हत्याकांड खुलासे का श्रेय लेने की आपसी होड़. हापुड़ पुलिस को जब तक यूपी पुलिस के कुछ आला अफसरों द्वारा इस मामले में रविवार रात में ही प्रेस कांफ्रेंस करने से कथित रूप से रोका गया, तब तक हापुड़ पुलिस एक हत्यारे की गिरफ्तारी की गुपचुप खबर मीडिया में फैलाकर अपना मतलब साध चुकी थी. नोएडा पुलिस और यूपी एसटीएफ की नोएडा यूनिट में हड़कंप तब मचा जब उसे पता चला कि रात में ही हापुड़ के एसपी इस खुलासे पर प्रेस कांफ्रेंस करने वाले हैं. यह अलग बात है कि प्रेस कांफ्रेंस की कोई अधिकृत सूचना तब तक हापुड़ पुलिस अधीक्षक या उनके कार्यालय द्वारा प्रचारित-प्रसारित नहीं की जा सकी थी.

हालांकि, रविवार रात जब आईएएनएस ने हापुड़ पुलिस अधीक्षक संजीव सुमन से बात करनी चाही तो दूसरी तरफ से मोबाइल जिला पुलिस प्रवक्ता अजय चौधरी ने उठाया. उन्होंने बताया, "साहब अभी बात नहीं कर पाएंगे. गौरव चंदेल हत्याकांड को लेकर प्रेस कांफ्रेंस सहित कुछ और काम में विजी हैं. आप हमारे एडिशनल एसपी सर्वेश कुमार से बात कर लीजिए." इसके बाद आईएएनएस ने हापुड़ एसपी संजीव सुमन और एडिशनल एसपी सर्वेश कुमार से लगातार संपर्क करने की कोशिश की. उन्हें मोबाइल पर मैसेज भी दिए गए. यह पूछने के लिए कि गौरव चंदेल हत्याकांड के खुलासे पर की जाने वाली प्रेस-कांफ्रेंस आखिर अचानक क्यों रद्द कर दी गई?

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एसपी और एडिशनल एसपी ने तो कोई जबाब नहीं दिया. हां, रविवार रात करीब साढ़े नौ बजे आईएएनएस से हापुड़ जिला पुलिस प्रवक्ता अजय चौधरी ने एसपी हापुड़ वाले मोबाइल नंबर पर बात की और कहा, "प्रेस कांफ्रेंस अब नहीं हो रही है. शायद कल होगी." हापुड़ पुलिस द्वारा अचानक प्रेस कांफ्रेंस रद्द किए जाने को लेकर जब वहां के अधिकारियों ने चुप्पी साधी तब, अंदर की बात पता करने के लिए आईएएनएस ने पुलिस के कुछ विश्वस्त सूत्रों से बात की.

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यूपी पुलिस सूत्रों के मुताबिक, "6 जनवरी की रात ग्रेटर नोएडा वेस्ट में हुए गौरव चंदेल लूट और हत्याकांड में नोएडा पुलिस का निकम्मापन पहली रात से ही जमाने के सामने आ चुका था. उस समय आईजी मेरठ रेंज रहे आलोक सिंह ने बिसरख थाने के सुस्त लापरवाह एसएचओ सहित कई पुलिस चौकियों के इंचार्ज और थानेदार सस्पेंड कर दिये या फिर लाइन हाजिर. उसके बाद जांच यूपी एसटीएफ की नोएडा यूनिट को थमाई गई. एसटीएफ भी हाथ पर हाथ धरे बैठे रही."

जब तक एसटीएफ के हाथ कुछ लगता तब तक गाजियाबाद पुलिस ने मसूरी इलाके में लावारिस हालत में खड़ी गौरव की कार बरामद कर डाली. इससे नोएडा पुलिस और यूपी एसटीएफ की नोएडा यूनिट को और भी शर्मिदगी झेलनी पड़ रही थी. रही सही कसर रविवार को हापुड़ पुलिस ने पूरी कर दी, गौरव हत्याकांड में मिर्ची गैंग के शार्प शूटर उमेश को मय हथियार के गिरफ्तार करके.