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मध्य प्रदेश बारिश रोकने के लिए कराया गया मेंढक-मेंढकी का तलाक

हर साल जब-जब मानूसन देरी से आता है उससे पहले लोग तरह-तरह के टोटके करते हैं. इसमें से सबसे ज्यादा टोटका मेंढक-मेढकी की शादी करवाना है.

Updated on: 12 Sep 2019, 04:36 PM

highlights

  • बारिश नहीं होने पर करवाया था मेंढक-मेंढकी की शादी
  • ज्यादा बारिश के बाद अब कराया तलाक
  • बारिश ने कई सालों के रिकॉर्ड तोड़े

लखनऊ:

हर साल जब-जब मानूसन देरी से आता है उससे पहले लोग तरह-तरह के टोटके करते हैं. इसमें से सबसे ज्यादा टोटका मेंढक-मेढकी की शादी करवाना है. लेकिन मध्य प्रदेश में बारिश से लोग इतने परेशान हो चुके हैं कि यहां मेंढक-मेंढकी का तलाक करवा दिया गया. जब मध्य प्रदेश में बारिश नहीं हो रही थी तो लोगों ने अच्छी बारिश के लिए मेढक और मेंढकी की शादी करवाई. लोगों का मानना था कि इस टोटके से बारिश शुरु हो जाएगी. अब टोटका था या कुछ और लेकिन उसके कुछ दिनों बाद इंद्र देवता खुश हो गए. लेकिन वो ऐसे खुश हुए कि अगस्त में शुरु हुई बारिश अब थमने का नाम नहीं ले रही है.

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कई जगहों पर बारिश ने कई दशकों के रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. बुधवार को भी भारी बारिश हुई. जिसके बाद एक बार फिर से लोगों को भगवान याद आ रहे हैं. इंद्रपुरी इलाके में ओम शिव सेवा मंडल के सदस्यों ने जिस मेंढक-मेंढकी की शादी कराई थी उसका तलाक करवा दिया. ओअ्म शिव शक्ति सेवा मण्डल रजि भोपाल के सचिव रिंकू भटेजा ने बताया कि 19 जुलाई को मण्डल सदस्यों द्वारा भोपाल एवं प्रदेश मैं अच्छी वर्षा की कामना के साथ प्रतीकात्मक रूप के मिट्टी से निर्मित मेंढक- मेढ़की का विवाह कराया गया था.

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मेढक मेढकी का विवाह सात फेरों के साथ विधि-विधान और मंत्रोच्चार द्वारा धूम धाम से महादेव मंदिर इंद्रपुरी में कराया गया था. उसी समय से वर्षा आरंभ हो गई थी जो वर्तमान समय में अभी भी जारी है. इस वर्ष की बरसात ने कई वर्षों के रिकार्ड को ध्वस्त कर नया रिकॉर्ड बनाया है.

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लगातार बारिश होने के कारण प्रदेश में कई जगह बाढ़ के हालात हो गए हैं. इस कारण से जन जीवन प्रभावित हो गया है. मानव एवं जीव रक्षा के लिए अत्यधिक वर्षा को रोकने हेतु आज मण्डल सदस्यों द्वारा दुखी मन से महादेव मंदिर इंद्रपुरी मैं प्रतीकात्मक रूप के मिट्टी से निर्मित मेंढक ,मेंढकी के स्वरूप को विधिविधान एवम मंत्रोतचारणों द्वारा वर्षा जल में प्रवाहित किया गया.