मुआवजे के लिए दर्ज कराया गैंगरेप का झूठा मुकदमा, सच्चाई खुली तो...
गाजियाबाद में मुआवजे के लिए गैंगरेप का झूठा मुकदमा दर्ज किए जाने का मामला सामने आया है. इस मामले में दो महिलाओं को गिरफ्तार किया गया है.
गाजियाबाद:
गाजियाबाद (Ghaziabad) में गैंगरेप का झूठा मुकदमा लिखाने के आरोप में दो महिलाओं को गिरफ्तार किया गया है. इन पर सरकारी मुआवजे के लिए गैंगरेप (Gangrape) का झूठा मुकदमा (Fake Case) दर्ज कराने का आरोप है. पुलिस दोनों महिलाओं के खिलाफ केस दर्ज कर उन्हें जेल भेजने की तैयारी कर रही है. पुलिस को जानकारी मिली थी कि डासना टोल के पास एक महिला बेहोशी की हालत में पड़ी हुई है. पुलिस ने उसे संजय नगर जिला संयुक्त चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है.
यह भी पढ़ेंः आयकर विभाग ने आवास विकास को भेजा 2.5 अरब का नोटिस, बैंक खाता सीज
पीड़िता ने पुलिस को बताया कि वह सुबह ड्यूटी पर हापुड़ गई थी. वापस मसूरी आने के लिए हापुड़ से एक वाहन पर सवार हुई. महिला ने बताया कि रास्ते में वाहन चालक और उसके एक साथी ने मिलकर उसके साथ गैंगरेप किया. गैंगरेप के बाद आरोपी उसे छजारसी टोल पार कर डासना फ्लाईओवर के पास फेंककर भाग गए.
मेडिकल जांच कराने से किया मना
एसपी सुधार कुमार सिंह ने मामले की जांच के लिए एक टीम गठित कर दी. महिला ने मेडिकल जांच में अपने अंदरूनी जांच के लिए डॉक्टर से मना कर दिया. इससे पुलिस को उस पर शक हुआ. पूछताछ में वह घर से जाने और वापस लौटने के अलावा घटना का समय भी बदल बदल कर बताने लगी. इसी दौरान अस्पताल में एक अन्य संदिग्ध महिला दिखी, जिससे पुलिस ने पूछताछ की और अस्पताल आने का कारण पूछा. पूछताछ में उसने बताया कि उसका नाम रेशमा है और वह और पीड़ित महिला दोनों गाजियाबाद, मसूरी में होली क्रास अस्पताल के पास एक ही मकान में रहती हैं. उसने बताया कि दोनों को ही उनके पतियों ने छोड़ दिया है और पैसे के लिए देह व्यापार करती हैं.
यह भी पढ़ेंः अमित शाह बोले, 1947 के शरणार्थियों को स्वीकारा तभी प्रधानमंत्री बने मनमोहन सिंह
सरकार से मुआवजे के लिए बनाई गैंगरेप की झूठी कहानी
महिलाओं ने पुलिस को बताया कि कई दिनों से उनके पास कोई काम नहीं आया था. उन्होंने सुना था कि सरकार गैंगरेप की पीड़ित महिलाओं को मुआवजा दे रही है. ऐसे में उसने गैंगरेप की झूठी कहानी लिखा दी. योजना के तहत बाबूगढ़ से एक दूध के छोटा हाथी (वाहन) में लिफ्ट लेकर डासना पहुंचीं. इसके बाद शहजादी कपड़े फाड़कर फ्लाईओवर के पास बेहोशी का बहाना बनाकर ले गई. रेशमा ने बताया कि उसने इस दौरान एक शख्स के मोबाइल से 112 नंबर पर डायल किया और पुलिस बुला ली.
यह भी पढ़ेंः उन्नाव रेपः एक नहीं दो घर देगी योगी सरकार, बहन को मिलेगी नौकरी, भाई को शस्त्र लाइसेंस
मोबाइल लोकेशन से हकीकत आई सामने
मामले की जांच करते हुए पुलिस ने जब मोबाइल की सीडीआर निकलवाई तो सच्चाई सामने आ गई. लोकेशन के आधार पर पुलिस को पूरी कहानी फर्जी मिली. पुलिस ने जब शहजादी से पूछताछ की तो उसने अपना जुर्म कुबूल कर लिया. पुलिस ने दोनों आरोपी महिलाओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जेल भेजने की तैयारी कर ली है.
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Good Friday 2024: क्यों मनाया जाता है गुड फ्राइडे, जानें प्रभु यीशु के बलिदान की कहानी
-
Sheetala Ashtami 2024: कब है 2024 में शीतला अष्टमी? जानें पूजा कि विधि, शुभ मुहूर्त और महत्व
-
Chaitra Navaratri 2024: भारत ही नहीं, दुनिया के इन देशों में भी है माता के शक्तिपीठ
-
Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य के अनुसार देश का शासक कैसा होना चाहिए, जानें