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कब्रिस्तान जाकर कांग्रेस नेता ने रोते-रोते अपने पूर्वजों से पूछा- कहां है हमारी नागरिकता का सबूत

देश में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए), राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनआरसी) और राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) का लगातार विरोध हो रहा है.

Updated on: 24 Jan 2020, 08:56 AM

प्रयागराज:

देश में नागरिकता संशोधन कानून (CAA), राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (NRC) और राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (NPR) का लगातार विरोध हो रहा है. राजधानी लखनऊ (Lucknow) समेत उत्तर प्रदेश के भी कई जिलों में लोग धरने पर बैठे हैं और अपने-अपने तरीके से विरोध कर रहे हैं. इन सब के बीच कांग्रेस (Congress) के एक नेता ने विरोध का अनोखा रास्ता चुना. प्रयागराज में कांग्रेस नेता हसीब अहमद सीएए (CAA) के विरोध में एक कब्रिस्तान में गए और अपने पूर्वजों से उनकी नागरिकता का सबूत देने के लिए प्रार्थना की.

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हसीब अहमद 21 जनवरी को कब्रिस्तान पहुंचे थे. अपने पूर्वजों की कब्र के पास बैठकर वो काफी रोए भी. कांग्रेस नेता हसीब अहमद ने कहा कि हमारे पास दस्तावेज नहीं हैं, लेकिन हम पीढ़ियों से भारत में रह रहे हैं. हम अपने पूर्वजों से गवाही देने के लिए कह रहे हैं कि हम इस देश के नागरिक हैं.हसीब अहमद ने सरकार से एक अजीबोगरीब मांग भी की. उन्होंने कहा, 'हम सरकार से आग्रह करते हैं कि अगर हमें डिटेंशन सेंटर भेजा जाता है तो हमारे पूर्वजों के अवशेष भी वहां रखे जाएं.'

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उधर, लखनऊ में सीएए और एनआरसी के विरोध में चल रहे महिलाओं के प्रदर्शन पर पुलिस ने मुकदमा दायर किया है. गोमतीनगर के उजरियांव में सीएए के खिलाफ चल रहे प्रोटेस्ट करने वाली महिलाओं में से 5 के खिलाफ नामजद और 125 अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. इसके अलावा वाराणसीमें भी नागरिकता संशोधन अधिनियम के विरोध में 23 जनवरी को प्रदर्शन करने पर 32 नामजद व्यक्तियों और 400-500 अज्ञात व्यक्तियों के विरुद्ध केस दर्ज किया गया है. पुलिस ने 6 अभियु्क्तों को भी गिरफ्तार कर लिया है.

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