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फीस नहीं जमा कर पाए तो परीक्षा में नहीं बैठने दिया, जानिए उसके बाद क्या हुआ

बाराबंकी जिले के एक निजी कॉलेज में मनमानी का मामला सामने आया है. यहां फीस नहीं भरने के कारण स्कूल प्रबंधन ने बी फार्मा के दूसरे सैमेस्टर के छात्र-छात्राओं को परीक्षा में बैठने से वंचित कर दिया, जिसके कारण छात्र और उनके अभिभावक परेशान हैं.

Updated on: 08 May 2019, 08:09 PM

नई दिल्ली:

बाराबंकी जिले के एक निजी कॉलेज में मनमानी का मामला सामने आया है. यहां फीस नहीं भरने के कारण स्कूल प्रबंधन ने बी फार्मा के दूसरे सैमेस्टर के छात्र-छात्राओं को परीक्षा में बैठने से वंचित कर दिया, जिसके कारण छात्र और उनके अभिभावक परेशान हैं. जिसके बाद छात्रों और अभिभावकों ने अपर जिलाधिकारी से मदद की गुहार लगाई है.

अभिभावकों ने आरोप लगाया कि जो फीस हम लोगों को एडमिशन के समय बताई गई थी, परीक्षा के समय उससे बढ़ाकर मांगी जा रही है. वहीं ADM ने मामले को गंभीरता से लेते हुए विद्यालय प्रबंधन को जमकर लताड़ लगाई और बच्चों की परीक्षा कराए जाने के निर्देश दिए.

पेपर छूटने के बाद परेशान छात्रा स्मिता कुमारी ने बताया कि जब हम लोग अपने एडमिट कार्ड लेने गए तो हम लोगों से बढ़ाकर फीस मांगने लगे और  हमें परीक्षा में नहीं बैठने दिया गया. वहीं छात्र मोहम्मद साहिल ने बताया कि हम लोगों ने काफी मिन्नतें की लेकिन किसी ने हमारी बात नहीं सुनी. विद्यालय प्रबंधन के इस अड़ियल रवैये के चलते हम लोगों का साल खराब हो रहा है.

छात्रों ने बताया कि हम लोग कुछ पैसे देने को भी तैयार थे लेकिन फिर भी किसी ने हमारी बात नहीं मानी. वहीं इस मामले में बाराबंकी के अपर जिलाधिकारी ने कहा कि डीआरसी लॉ कॉलेज के छह बच्चे अपने अभिभावकों के साथ ऑफिस में आए थे. इनका आरोप था कि वह समय से फीस नहीं जमा कर पाए, इसलिए बच्चों को परीक्षा नहीं देने दिया गया.

एडीएम ने बताया कि मामला संज्ञान में आने के बाद विद्यालय के प्रबंधक को बुलाया और निर्देश दिया गया कि गरीबी के चलते किसी भी बच्चे का साल न खराब हो. जिसके बाद विद्यालय प्रबंधन मान गया है और परीक्षा दिलाने के लिए राजी हो गया है.