लखनऊ में हिंसा के दौरान एक शख्स की मौत, DGP बोले- पुलिस की फायरिंग में नहीं गई किसी की जान
उत्तर प्रदेश के लखनऊ में हिंसा के दौरान गोली लगने से एक युवक की मौत हो गई.
नई दिल्ली:
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के कई हिस्सों में बृहस्पतिवार को अफरातफरी का माहौल रहा. नागरिकता कानून का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर जमकर पथराव किया और कई वाहनों को आग के हवाले कर उन्हें क्षतिग्रस्त कर दिया. लखनऊ में हिंसा के दौरान गोली लगने से एक युवक गंभीर रूप से घायल हो गया है. इसके बाद उसे स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई है.
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विशेषकर पुराने लखनऊ के मुस्लिम बहुल इलाकों में पूरे दिन तनाव रहा. हिसंक प्रदर्शन के दौरान मोहम्मद वकील नाम के शख्स को गोली लग गई, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया. इसके बाद उसे ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया, जहां उसने दम तोड़ दिया. हालांकि, अभी तक इसका पता नहीं चला है कि मोहम्मद वकील की किसकी गोली लगी है. बताया जा रहा है कि हिंसा के दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों दोनों की ओर से गोलीबारी और पथराव हो रहा था.
लखनऊ हिंसा में 4 लोग घायल हो गए. हिंसा में घायल हुए जिलानी (16), रंजीत (47), मोहम्मद वकील (25) और वसीम खान (22) लखनऊ के ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया. इनमें से जिलानी और मोहम्मद वकील को छर्रे लगने की बात सामने आई है और इसमें मोहम्मद वकील की मौत हुई. छर्रे किस चीज के थे ये अभी स्पष्ट नहीं है.
वहीं, लखनऊ में हुए प्रदर्शन में 16 पुलिस कर्मी घायल हो गए, जिसमें कांस्टेबल से लेकर एडीजी तक के अधिकारी शामिल हैं. बताया जा रहा है कि लखनऊ में अब तक कुल 112 दंगाई हिरासत में लिए गए हैं. उधर, लखनऊ में उपद्रवियों को खदेड़ते हुए एडीजी लखनऊ जोन एसएन सावत घायल हो गए हैं. आईजी लखनऊ और सीओ हजरतगंज को भी चोटें लगीं. बड़ी संख्या में आसपास के जनपदों से पुलिस बल मंगाया गया है.
Uttar Pradesh Director General of Police (DGP), OP Singh in Lucknow: 55 people have been arrested in the city, we are scrutinizing CCTV footage. SSP Lucknow will take appropriate action, we will not spare anyone. #CitizenshipAmendmentAct https://t.co/3oG9pxpzNb
— ANI UP (@ANINewsUP) December 19, 2019
उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह ने कहा कि लखनऊ में हालात शांतिपूर्ण हैं. पुलिस की फायरिंग में किसी की मौत नहीं हुई है. अभी पुलिस मामले की जांच कर रही है. सीसीटीवी फुटेज निकाले जा रहे हैं कि आखिर इस युवक की कैसे मौत हुई है. शहर में 55 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, हम सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रहे हैं. लखनऊ के एसएसपी उचित कार्रवाई करेंगे. हम किसी को नहीं बख्शेंगे.
ओपी सिंह ने आगे कहा कि शहर में स्थिति सामान्य है, कुछ घटनाएं ऐसी जगहों पर हुईं जहां प्रदर्शनकारियों ने घोषणा की थी कि वे इकट्ठा होंगे. उन्होंने हम पर पथराव किया और मीडिया की ओबी वैन में आग लगा दी. हमने उनका पीछा किया और आंसू गैस छोड़ी. अब स्थिति नियंत्रित पर है.
बता दें कि सीएए के विरोध में प्रदर्शनकारियों ने मदेयगंज पुलिस चौकी में तोड़फोड़ की और सतखंडा चौकी को आग लगा दी. कुछ निजी समाचार चैनलों और चार पहिया वाहनों एवं मीडियाकर्मियों के वाहनों को निशाना बनाया गया. कई वाहनों को आग के हवाले किया गया, जिनमें रोडवेज की एक बस शामिल है. शहर के अलग-अलग हिस्सों में प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव किया. इसके बाद भीड़ को तितर बितर करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया. हसनगंज क्षेत्र में पथराव कर रही भीड़ को काबू में करने के लिए पुलिस को खासी मशक्कत करनी पड़ी.
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डीएम कार्यालय के निकट परिवर्तन चौक पर भी भीड़ ने जमकर पथराव किया. हजरतगंज सहित आसपास के क्षेत्रों में दुकानें बंद हो गईं. पास के केडी सिंह बाबू स्टेडियम मेट्रो स्टेशन के दरवाजे बंद कर दिये ताकि परिवर्तन चौक पर और जमावड़ा होने से रोका जा सके. कई प्रदर्शनकारियों ने अपने मुंह को कपडे़ से ढंक रखा था, ताकि सीसीटीवी फुटेज में पहचान से बचा जा सके.
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