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'दुनिया का सबसे ऊंचा होगा अयोध्या का राम मंदिर, इस्लामाबाद में भी दिखेगा शिखर'

अयोध्या में जमीन विवाद को लेकर 9 नवंबर को सुप्रीम कोर्ट ने अपना फैसला सुनाया. राम मंदिर को लेकर शनिवार को राम जन्मभूमि न्यास के वरिष्ठ सदस्य रामविलास वेदांती ने बड़ा बयान दिया है.

Updated on: 08 Dec 2019, 01:35 PM

अयोध्या:

अयोध्या में जमीन विवाद को लेकर 9 नवंबर को सुप्रीम कोर्ट ने अपना फैसला सुनाया. राम मंदिर को लेकर शनिवार को राम जन्मभूमि न्यास के वरिष्ठ सदस्य रामविलास वेदांती ने बड़ा बयान दिया है. वेदांती ने दावा किया है कि अयोध्या के रामजन्मभूमि पर बनने वाला मंदिर विश्व का सबसे ऊंचा मंदिर होगा. उन्होंने कहा कि मंदिर का शिखर 1,111 फुट ऊंचा होगा. मंदिर के शिखर पर लगी लाइट इस्लामाबाद और कराची से देखा जा सकेगा.

राम जन्मभूमि न्यास के वरिष्ठ सदस्य राम विलास वेदांती ने कहा कि मैंने पूर्व में कहा कि रामजन्मभूमि मंदिर का निर्माण क्रमवार होगा. वहीं ट्रस्ट को लेकर हो रहे विवाद पर उन्होंने कहा कि ये मीडिया की देन है. साधू संतों में ट्रस्ट को लेकर किसी भी तरह का विवाद नहीं है. उन्होंने मांग की है कि राम जन्मभूमि निर्माण के लिए बनाए जाने वाले ट्रस्ट का अध्यक्ष रामानंद संप्रदाय से होना चाहिए.

न्यास अध्यक्ष नृत्य गोपाल दास का ट्रस्ट में रहना जरूरी है. उन्होंने कहा कि विश्वहिंदू परिषद के निर्धारित मॉडल पर ही राम मंदिर का निर्माण होगा. वेदांती ने पुनर्विचार याचिका को लेकर कहा कि हाथी चलता रहता है और कुत्ते भौंकते रहते हैं. उन्होंने दावा किया कि इस मामले में कोई भी पुनर्विचार याचिका स्वीकार नहीं होगी. वहीं रामलला के मंदिर को बनने से कोई नहीं रोक सकता.