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संकट में कर्नाटक की सरकार, येदियुरप्पा ने स्पीकर के अधिकार को लेकर कहीं ये बड़ी बातें

कर्नाटक में जारी राजनीतिक संकट के बीच जहां कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन नेताओं ने अपने-अपने बागी विधायकों को मनाने की कोशिशें और तेज कर दी हैं, वहीं बीजेपी (BJP) भी सरकार बनाने की जुगाड़ में जुट गई है.

Updated on: 14 Jul 2019, 04:30 PM

नई दिल्ली:

कर्नाटक में जारी राजनीतिक संकट के बीच जहां कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन नेताओं ने अपने-अपने बागी विधायकों को मनाने की कोशिशें और तेज कर दी हैं, वहीं बीजेपी (BJP) भी सरकार बनाने की जुगाड़ में जुट गई है. हालांकि, गठबंधन सरकार की मुश्किलें बढ़ाते हुए पांच और विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष द्वारा इस्तीफा स्वीकार नहीं किए जाने पर उच्चतम न्यायालय का रुख किया है.

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इस बीच कर्नाटक बीजेपी के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने पूछा कि कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार कहते हैं कि अगर बागी विधायक सरकार के खिलाफ वोट देते हैं तो उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया जाएगा. विधानसभा अध्यक्ष को सर्वोच्च न्यायालय के फैसले के कारण किसी भी विधायक को अयोग्य ठहराने का अधिकार नहीं है.

हालांकि, बातचीत के बाद कांग्रेस के बागी विधायक एमटीबी नागराज ने संकेत दिया था कि वह अपना इस्तीफा वापस लेने पर विचार कर सकते हैं, लेकिन देर शाम तक इस संबंध में कोई घोषणा नहीं हुई. इस बीच बीजेपी ने स्पष्ट कर दिया है कि वह कुमारस्वामी से सोमवार को विधानसभा में शक्ति परीक्षण कराने की मांग करेगी. राज्य में जारी संकट के बीच कर्नाटक के सत्तारूढ़ कांग्रेस-जेडी (एस) गठबंधन के पांच और बागी विधायकों ने उनके इस्तीफे स्वीकार करने से विधानसभा अध्यक्ष रमेश कुमार के इनकार के खिलाफ शनिवार को उच्चतम न्यायालय का रुख किया था.

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ये पांच विधायक आनंद सिंह, के. सुधाकर, एन. नागराज, मुनिरत्न और रोशन बेग हैं. उन्होंने कहा है कि पहले से ही लंबित दस अन्य बागी विधायकों की याचिका में उन्हें भी शामिल कर लिया जाए. इस याचिका पर मंगलवार को सुनवाई होनी है. इस बीच बीजेपी ने कहा था कि वह मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी से सोमवार को शक्ति परीक्षण कराने को कहेगी. पूरे दिन चली बातचीत में कांग्रेस के संकटमोचक कहे जाने वाले डीके शिवकुमार, उप मुख्यमंत्री जी परमेश्वर, सीएलपी नेता सिद्धरमैया और कुमारस्वामी शामिल थे.