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जद (एस) में दो राय, येदियुरप्‍पा की सरकार को बाहर से समर्थन देने के पक्ष में आए कुछ विधायक

सत्ता से बाहर होने के केवल चार दिन के भीतर, जद (एस) के विधायक अगले कदम को लेकर विभाजित नजर आ रहे हैं.

Updated on: 27 Jul 2019, 07:20 AM

highlights

  • जनता दल सेक्‍युलर के विधायकों में पैदा हुए मतभेद
  • कुछ विधायकों ने विपक्ष में बैठने की सलाह दी
  • अंतिम फैसला पार्टी नेता एचडी कुमारस्‍वामी करेंगे 

बेंगलुरू:

जनता दल (एस) के विधायक और पूर्व मंत्री जी टी देवगौड़ा ने शुक्रवार को कहा कि उनकी पार्टी के कुछ विधायकों ने एचडी कुमारस्वामी से कर्नाटक में भाजपा सरकार को बाहर से समर्थन देने की बात कही है. हालांकि उन्होंने कहा कि इस संबंध में पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्‍वामी ही अंतिम निर्णय करेंगे. सत्ता से बाहर होने के केवल चार दिन के भीतर, जद (एस) के विधायक अगले कदम को लेकर विभाजित नजर आ रहे हैं.

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पार्टी के भविष्य की रणनीति के संबंध में कुमारस्वामी द्वारा शुक्रवार रात बुलाई गई बैठक में विधायकों में मतभेद उभरकर सामने आए. पार्टी विधायकों से मिलने के बाद जीटी देवगौड़ा ने कहा, ‘‘हमने (विधायकों) भविष्य की रणनीति पर चर्चा की. कुछ सदस्यों ने सुझाव दिया कि हमें विपक्ष में बैठना चाहिए जबकि कुछ विधायकों की राय है कि हमें बाहर से भाजपा को समर्थन देना चाहिए.’’

मंगलवार को कुमारस्‍वामी की सरकार गिर जाने के बाद शुक्रवार की शाम को बीजेपी नेता बीएस येदियुरप्‍पा ने मुख्‍यमंत्री पद की शपथ ली थी. विधानसभा में बहुमत साबित करने के बाद वे अपने मंत्रिपरिषद का विस्‍तार करेंगे. इससे पहले करीब दो हफ्ते तक कर्नाटक का नाटक चला था, जिसमें कांग्रेस और जनता दल सेक्‍युलर के बागी विधायकों ने इस्तीफा दे दिया था. कुछ विधायकों ने मुंबई में शरण ली थी और कांग्रेस के नेताओं से मिलने से इनकार कर दिया था. 

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मामला सुप्रीम कोर्ट तक गया था. सुप्रीम कोर्ट ने विधायकों के इस्‍तीफे पर फैसला लेने का अधिकार विधानसभा अध्‍यक्ष पद छोड़ दिया, लेकिन यह भी कहा कि आप विधायकों को फ्लोर टेस्‍ट में शामिल होने के लिए बाध्‍य नहीं कर सकते. इसी के बाद तय हो गया था कि कुमारस्‍वामी सरकार अब अधिक दिनों तक नहीं चलेगी. पिछले गुरुवार को एचडी कुमारस्‍वामी की सरकार ने विश्‍वास मत का प्रस्‍ताव पेश किया था, जो मंगलवार तक टल रहा था. मंगलवार शाम को प्रस्‍ताव पर मत विभाजन हुआ, जिसके बाद सरकार गिर गई थी.