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ओडिशा के नक्सल क्षेत्र से आने वाली अनुप्रिया ने किया ऐसा कारनामा कि मुख्यमंत्री ने खुद ट्वीट कर दी बधाई

जल्द ही अनुप्रिया एक प्राइवेट कंपनी में को-पायलट के पोस्ट पर ज्वाइन करेंगी.

Updated on: 09 Sep 2019, 11:51 PM

highlights

  • ओडिशा में नक्सल इलाके से आने वाली अनुप्रिया बनीं पहली महिला पायलट. 
  • 27 साल की उम्र में हासिल किया है ये गौरव. 
  • मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने दी बधाई.

नई दिल्ली:

ओडिशा (Odisha) के माओवाद (Naxal affected area) प्रभावित मलकानगिरि जिले (Malkangiri district) की एक आदिवासी लड़की ने ऐसा कारनामा कर दिया है जिसके बारे में सुनते ही आपका सीना चौड़ा हो जाएगा. नक्सल इलाके से आने वाली अनुप्रिया (Anupriya Lakda) ने 27 साल की उम्र में राज्य से कॉमर्शियल प्लेन (Commercial Plane) उड़ाने वाली पहली महिला पाइलट बनने का गौरव हासिल किया है. जल्द ही अनुप्रिया एक प्राइवेट कंपनी में को-पायलट के पोस्ट पर ज्वाइन करेंगी.

कई साल पहले आकाश में उड़ने का सपना देखा और उसे पूरा करने के लिए इंजिनियरिंग की पढ़ाई बीच में छोड़ दी आदिवासी लड़की ने आखिरकार अपने सपने को पूरा करके ही दम लिया. गरीबी और अभाव में जिंदगी जी रहे लोगों के लिए अब 23 वर्षीय अनुप्रिया लकड़ा उम्‍मीद की किरन बन चुकी हैं.

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पायलट बनने की चाह में अनुप्रिया ने 7 साल पहले इंजिनिरिंग की पढ़ाई बीच में छोड़ दी और 2012 में उन्‍होंने यहां उड्डयन अकादमी में दाखिला ले लिया. अपनी काबिलियत और लगन के बल पर जल्दी ही वह एक निजी विमानन कंपनी में को-पायलट के तौर पर सेवाएं देने वाली हैं. ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने लकड़ा को बधाई दी है.

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उन्‍होंने कहा कि यह दूसरों के लिए एक उदाहरण पेश करेगा. पटनायक ने ट्वीट किया, ‘मैं अनुप्रिया लकड़ा की सफलता के बारे में जान कर प्रसन्न हूं. उनके द्वारा सतत प्रयासों और दृढ़ता से हासिल की गई सफलता कइयों के लिए उदाहरण हैं. एक काबिल पायलट के रूप में अनुप्रिया को और सफलता हासिल करने की शुभकामनाएं.’अनुप्रिया के पिता मारिनियास लकड़ा ओडिशा पुलिस में हवलदार हैं और मां जामज यास्मिन लाकड़ा गृहणी हैं.